दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना के अपने आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना और डोमिनिकन गणराज्य के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ,गुयाना का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, "द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस" प्राप्त करने वाले चौथे विदेशी गणमान्य व्यक्ति बन गए। नरेंद्र मोदी को 19 नवंबर 2024 को जॉर्जटाउन में एक समारोह में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
अगले दिन, 20 नवंबर को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार "डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर" से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार 20 नवंबर 2024 को जॉर्जटाउन, गुयाना में आयोजित दूसरी भारत-कैरीकॉम शिखर बैठक के मौके पर डोमिनिकन गणराज्य के राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन द्वारा प्रदान किया गया। यूनाइटेड किंगडम की महारानी एलिजाबेथ (1969) के बाद, प्रधान मंत्री मोदी यह पुरस्कार पाने वाले दूसरे विदेशी नेता हैं।
प्रधान मंत्री 16-21 नवंबर 2024 तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना के अपने तीन देशों के दौरे के अंतिम चरण में 19 नवंबर 2024 को जॉर्जटाउन पहुंचे।
प्रधानमंत्री की गुयाना यात्रा द्विपक्षीय थी और साथ ही उन्होंने दूसरी भारत-कैरिकॉम शिखर बैठक में भी भाग लिया।
दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के लिए दस समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
पहली भारत-कैरीकॉम शिखर बैठक 25 सितंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के 74वें सत्र के मौके पर आयोजित की गई थी।
दूसरी भारत-कैरीकॉम शिखर बैठक 20 नवंबर 2024 को जॉर्जटाउन, गुयाना में आयोजित की गई।
शिखर सम्मेलन के सह-मेज़बान: नरेंद्र मोदी और ग्रेनेडा के प्रधान मंत्री और कैरिकॉम के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन के अध्यक्ष डिकॉन मिशेल।
बैठक में 14 कैरीकॉम देशों के नेताओं ने भाग लिया। शिखर बैठक के दौरान हैती का कोई प्रतिनिधि उपस्थित नहीं था।
अपने भाषण के दौरान, प्रधान मंत्री ने भारत और कैरीकॉम के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सात प्रमुख स्तंभों का प्रस्ताव रखा - C(Capacity Building,) क्षमता निर्माण , A(Agriculture and Food Security) कृषि और खाद्य सुरक्षा, R (Renewable Energy and Climate Change) नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन, I (for Innovation, Technology and Trade) नवाचार, प्रौद्योगिकी और व्यापार, C (Cricket and Culture) क्रिकेट और संस्कृति,O (Ocean Economy )महासागर अर्थव्यवस्था और M (Medicine and Healthcare) चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा।
भारत ,2025 में तीसरी भारत-कैरीकॉम शिखर बैठक की मेजबानी करेगा।
कैरेबियन समुदाय, या कैरीकॉम, की स्थापना 1973 में कैरेबियाई देशों के बीच आर्थिक एकीकरण और संबंधों को बढ़ावा देने के लिए चगुआरामस संधि के प्रावधानों के तहत की गई थी।
सदस्य: 15 सदस्य देश और छह सहयोगी सदस्य (एंगुइला, बरमूडा, ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह, केमैन द्वीप, कुराकाओ, तुर्क और कैकोस द्वीप)।
15 सदस्य देश: गुयाना, डोमिनिका, सूरीनाम, एंटीगुआ और बारबुडा, बारबाडोस, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, त्रिनिदाद और टोबैगो, बेलीज, जमैका, बहामास, सेंट किट्स और नेविस और हैती।
मुख्यालय: जॉर्जटाउन, गुयाना
महासचिव: श्रीमती कार्ला नताली बार्नेट
गुयाना सहकारी गणराज्य, या गुयाना, दक्षिण अमेरिका के उत्तरपूर्वी कोने में स्थित एक देश है।
1969 में, इसे यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता मिली, और यह राष्ट्रमंडल का सदस्य है।
इसकी आबादी मुख्यतः अफ़्रीकी मूल की और भारतीय मूल के है, जिन्हें अंग्रेज़ क्रमश: गुलाम और गिरमिटिया भारतीय मज़दूर गुलाम बनाकर लाये थे।
देश कच्चे पेट्रोलियम तेल का एक प्रमुख निर्यातक देश है।
राजधानी: जॉर्जटाउन
राष्ट्रपति: मोहम्मद इरफ़ान अली
मुद्रा: गुयानीज़ डॉलर