सऊदी अरब के रियाद में आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी ) और अरब लीग की संयुक्त शिखर बैठक में गाजा और लेबनान में इजरायली सैन्य कार्रवाई की निंदा की गई और इजरायली सैन्य कार्रवाई को समाप्त करने का आह्वान किया गया। 11 नवंबर 2024 को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक दिवसीय संयुक्त अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक आयोजित की गई।
शिखर बैठक को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने संबोधित किया, जिन्होंने गाजा और लेबनान में इजरायली सैन्य कार्रवाई को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया और दुनिया से फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने का आह्वान किया।
संयुक्त शिखर बैठक में अरब लीग के 22 सदस्यों और इस्लामिक सहयोग संगठन के 57 सदस्यों ने भाग लिया। शिखर बैठक में भाग लेने वाले कई मुस्लिम देश इन दोनों संगठनों के सदस्य हैं।
फ़िलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, पाकिस्तानी प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ़ और नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला टीनुबू बैठक में भाग लेने वाले कुछ प्रमुख नेता थे।
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान ने बैठक में भाग नहीं लिया और देश के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद रज़ा अरेफ़ ने ईरान का प्रतिनिधित्व किया।
गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई तब शुरू हुई जब उग्रवादी फिलिस्तीनी समूह हमास ने 7 नवंबर 2023 को इजरायल पर हमला किया, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए और हमास ने 240 लोगों को बंधक बना लिया था।
आतंकवादी इस्लामिक समूह हिजबुल्लाह, जो हमास के समर्थन में लेबनॉन के अपने अड्डे से इज़राइल पर रॉकेट दाग रहा था को बेअसर करने के लिए,इज़राइल ने लेबनान में एक सैन्य अभियान शुरू कर रखा है।
गाजा युद्ध और इज़राइल-फिलिस्तीन विवाद की विस्तृत पृष्ठभूमि के लिए पढ़ें।
अरब लीग, या अरब राज्यों की लीग, एक अंतरसरकारी संगठन है जिसकी स्थापना मार्च 1945 में मिस्र, इराक, लेबनान, सऊदी अरब, सीरिया, ट्रांसजॉर्डन और यमन द्वारा की गई थी।
अरब लीग का लक्ष्य सामान्य हित के मामलों पर अपने सदस्यों के बीच समन्वय में सुधार करना है।
सदस्य - 22 देश: मिस्र, इराक, लेबनान, सऊदी अरब, सीरिया, जॉर्डन, यमन, लीबिया, सूडान, ट्यूनीशिया, मोरक्को, कुवैत, अल्जीरिया, बहरीन, ओमान, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, मॉरिटानिया, सोमालिया, फिलिस्तीन मुक्ति संगठन( फ़िलिस्तीन), जिबूती और कोमोरोस का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मुख्यालय: काहिरा, मिस्र
मुस्लिम देशों के हितों की रक्षा के लिए 25 सितंबर 1969 को इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की स्थापना की गई थी।
वर्तमान में, इसके 57 सदस्य देश हैं- अफगानिस्तान, अल्बानिया, अजरबैजान, बहरीन, बांग्लादेश, बेनिन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रुनेई दारुस्सलाम, बुर्किना फासो, अल्जीरिया, जिबूती, चाड, इंडोनेशिया, मोरक्को, कोटे डी आइवर, फिलिस्तीन। , गैबॉन, गाम्बिया, गिनी, गिनी बिसाऊ, गुयाना, इराक, ईरान, कैमरून, कतर, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, कोमोरोस, कुवैत, लीबिया, लेबनान, मालदीव, मलेशिया, माली, मिस्र, मॉरिटानिया, मोजाम्बिक, नाइजर, नाइजीरिया, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान, सेनेगल, सिएरा लियोन, सोमाली, सूडान, सूरीनाम, सीरिया, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, टोगो , ट्यूनीशिया, तुर्किये, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा, ओमान, जॉर्डन, यमन।
सीरिया को 2012 में निलंबित कर दिया गया था।
मुख्यालय: जेद्दा, सऊदी अरब