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विश्व हृदय दिवस 2023- थीम, पृष्ठभूमि और रोग

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
World Heart Day 2023- Theme, Background, And Disease Important Day 4 min read

विश्व हृदय दिवस प्रतिवर्ष 29 सितंबर को हृदय रोगों की रोकथाम और उनके वैश्विक प्रभाव के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर विश्व हृदय दिवस का  उद्देश्य बाधाओं को दूर करना और लोगों को अपनी भलाई पर नियंत्रण रखने के लिए सशक्त बनाना है।

  • 1972 में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थापित एक गैर-सरकारी संगठन, विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संघ, ने विश्व हृदय दिवस की शुरुआत की थी। 

विश्व हृदय दिवस 2023 की थीम: 

  • इस वर्ष का विषय है "दिल का उपयोग करें, दिल को जानें” यानी हृदय इमोजी का उपयोग करें और जानें कि इसका सर्वोत्तम उपयोग कैसे किया जाए, क्योंकि दृश्य भाषा हमारे दैनिक जीवन का एक हिस्सा है जहां इमोजी आज संचार के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक हैं।
  • विश्व हृदय दिवस लोगों को हृदय रोगों - सीवीडी की रोकथाम के बारे में जानकारी देता है। यह तंबाकू सेवन के दुष्‍प्रभावों, अस्वास्थ्यकर आहार और शारीरिक निष्क्रियता के जोखिमों पर प्रकाश डालता है। 
  • इन जोखिमों के कारण हृदय रोग से लगभग 80 प्रतिशत लोगों की असामयिक मृत्‍यु हो जाती है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संघ, स्वस्थ हृदय की जीवनशैली को प्रोत्साहित करता है, जिसे वह एक मौलिक मानव अधिकार मानता है।

विश्व हृदय दिवस की पृष्ठभूमि: 

  • पहला विश्व हृदय दिवस 1999 में मनाया गया था। 29 सितंबर की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि यह विश्व हृदय महासंघ की स्थापना की वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसे 1978 में स्थापित किया गया था।
  • विश्व हृदय दिवस के वार्षिक आयोजन का विचार 1997 से 2011 तक डब्ल्यूएचएफ के अध्यक्ष एंटोनी बेयस डी लूना द्वारा किया गया था। 
  • आरंभ में विश्व हृदय दिवस सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, पहला आयोजन 24 सितंबर 2000 को किया गया।

दक्षिण-पूर्व एशिया में हृदय रोग संबंधी मामले अधिक:  

  • दक्षिण-पूर्व एशिया में विश्व की लगभग एक चौथाई से अधिक आबादी का घर है। इस क्षेत्र के लोग अन्य क्षेत्र की तुलना में हृदय संबंधी रोग से अधिक प्रभावित होते हैं।   
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह क्षेत्र गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के बहुत अधिक बोझ का सामना कर रहा है। 
  • हृदय रोग (कार्डियोवैस्कुलर डिजीज़ - सीवीडी) प्रति वर्ष 39 लाख मौतों के लिए जिम्मेदार हैं, जो सभी तरह की मौतों का 30 फीसदी है।
  • भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और तिमोर-लेस्ते सहित कई देशों ने 2025 तक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में उच्च रक्तचाप और मधुमेह प्रबंधन को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय लक्ष्य निर्धारित किए हैं। 
  • भारत का लक्ष्य वर्ष 2025 तक मानक देखभाल के तहत उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित 7.5 करोड़ लोगों तक पहुंचना है। 
  • भारत का यह पहल विश्व में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए गैर-संचारी रोगों का सबसे बड़ा कवर है।

 

FAQ

Answer - 29 सितंबर

Answer - दिल का उपयोग करें, दिल को जानें

Answer - 2025 तक

Answer - 2025
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