भारत और नेपाल ने जल, स्वच्छता और आरोग्य (वाश) क्षेत्र और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों देशों ने नई दिल्ली में आयोजित 9वीं परियोजना संचालन समिति और 7वीं संयुक्त कार्य समूहकी बैठकों में दोनों देशों को जोड़ने वाली मौजूदा और प्रस्तावित रेल परियोजनाओं की भी समीक्षा की।
समझौता ज्ञापन की मुख्य विशेषताएं
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य दोनों देशों की आबादी के लिए स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित करना है।
दोनों देश निम्नलिखित में सहयोग करेंगे।
- क्षमता निर्माण: भारतीय विशेषज्ञ नेपाल के कर्मियों को जल संसाधन प्रबंधन और संबंधित क्षेत्रों में प्रशिक्षित करेंगे।
- प्रौद्योगिकी और ज्ञान हस्तांतरण: दोनों देश जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेंगे।
- भूजल प्रबंधन: दोनों देश गुणवत्ता सुधार, कृत्रिम पुनर्भरण और वर्षा जल संचयन सहित भूजल संसाधनों की निगरानी, मूल्यांकन और प्रबंधन में सहयोग करेंगे।
भारत-नेपाल ने रेलवे में सहयोग की समीक्षा की
भारत और नेपाल ने 9वीं परियोजना संचालन समिति और 7वीं संयुक्त कार्य समूह की बैठकों में रेलवे क्षेत्र में अपने सहयोग की समीक्षा की। ये बैठकें 27-28 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में आयोजित की गईं थी।
जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास रेल मार्ग
- फिलहाल, बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर और नेपाल के महोत्तरी जिले के बिजलपुरा के बीच रेलवे ट्रैक चालू है।
- नेपाल में बिजलपुरा से बर्दीबास तक इस रेलवे लाइन का विस्तार किया जा रहा है।
- इस परियोजना को भारत सरकार की ओर से 783.83 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता से विकसित किया जा रहा है।
जोगबनी-विराटनगर रेल मार्ग
- जोगबनी (बिहार के अररिया जिले में) - विराटनगर (नेपाल) रेल संपर्क को 2010-11 में मंजूरी दी गई थी।
- इस ब्रॉड गेज रेल मार्ग में भारत में 18.6 किमी और नेपाल में 13.15 किमी रेल मार्ग शामिल हैं।
- इस रेल मार्ग में बथनाहा (बिहार) और नेपाल कस्टम यार्ड के बीच मार्ग का 7.4 किमी खंड पूरा हो चुका है।
- इस परियोजना का निर्माण भारत सरकार के अनुदान से किया जा रहा है।
रक्सौल-काठमांडू ब्रॉड गेज रेलवे मार्ग
- भारत और नेपाल ने प्रस्तावित रक्सौल-काठमांडू ब्रॉड गेज रेलवे मार्ग के लिए कोंकण रेलवे द्वारा तैयार अंतिम स्थान सर्वेक्षण पर चर्चा की।
- यह रेलवे मार्ग बिहार के रक्सौल को नेपाल की राजधानी काठमांडू से जोड़ेगी।
- प्रस्तावित रेलवे की लंबाई 141 किलोमीटर होगी, जिसमें 41 किलोमीटर सुरंग होगी।
भारत रेलवे में क्षमता निर्माण में नेपाल की सहायता करेगा
- बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
- भारत रेलवे के निर्माण और संचालन के लिए नेपाल रेलवे को रसद सहायता भी प्रदान करेगा।
- भारत नेपाली रेलवे कर्मियों को प्रशिक्षित करेगा और रेलवे संचालन में उनके प्रबंधन कौशल का निर्माण करने में मदद करेगा।
- नेपाली प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ स्थित भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (आईआरआईटीएम) का दौरा किया, जहां नेपाली रेलवे कर्मियों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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