प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल को प्रधान मंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के रूप में फिर से नियुक्त किया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को उनके लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए फिर से नियुक्त किया गया है।
18वीं लोकसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बहुमत हासिल करने के बाद 9 जून 2024 को नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली। कैबिनेट की नियुक्ति समिति में सिर्फ प्रधान मंत्री और गृह मंत्री शामिल होते हैं।
भारत सरके के विज्ञप्ति के अनुसार अजीत डोभाल की नियुक्ति 10 जून 2024 से प्रभावी होगी। वह मौजूदा प्रधान मंत्री के कार्यकाल तक या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे।
एनएसए ,प्रधान मंत्री के प्रसादपर्यंत अपने पद पर बने रहते हैं। इसका अर्थ है कि उसे किसी भी समय प्रधान मंत्री द्वारा बर्खास्त किया जा सकता है।
अजीत डोभाल को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है. उनके पास कैबिनेट मंत्री के सभी विशेषाधिकार होंगे, लेकिन वह अमित शाह की तरह कैबिनेट मंत्री नहीं हैं।
अजीत कुमार डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं। उन्हें 1972 में इंटेलिजेंस ब्यूरो में नियुक्त किया गया था और 2005 में इसके निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
एक ख़ुफ़िया अधिकारी के रूप में अपने 33 साल से अधिक के करियर में अजीत डोभाल ने पंजाब, कश्मीर और देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में काम किया है।
डोभाल उस भारतीय टीम के मुख्य वार्ताकार थे जिसने 1999 में कंधार ले जाए गए इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 के अपहरणकर्ताओं से बातचीत की थी।
नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद 30 मई 2014 को उन्हें प्रधान मंत्री का पांचवां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया।
उन्हें 2019 में मोदी सरकार द्वारा अपने दूसरे कार्यकाल में एनएसए के रूप में फिर से नियुक्त किया गया था।
1998 में भारत द्वारा परमाणु हथियारों के परीक्षण के बाद अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के साथ-साथ एनएसए का पद का भी श्रीजन किया । 1998 में नियुक्त होने वाले पहले एनएसए ब्रजेश मिश्रा थे।
एनएसए का काम राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर प्रधान मंत्री को सलाह देना, भारत की परमाणु हथियार का प्रबंधन करना, नीति विकल्पों का मिलान करना और उनके कार्यान्वयन को देखना है।
अब तक भारत में पांच एनएसए हुए हैं: ब्रजेश मिश्रा, जे.एन. दीक्षित, शिवशंकर मेनन, एम.के. नारायणन, और अजीत डोभाल।
निम्नलिखित उन व्यक्तियों की सूची है जिन्हें प्रधान मंत्री के एनएसए के रूप में नियुक्त किया गया है, उनका कार्यकाल और जिस प्रधान मंत्री के अधीन उन्होंने काम किया
क्रम संख्या |
नाम |
कार्यकाल |
प्रधान मंत्री |
1 |
ब्रजेश मिश्रा (सेवानिवृत्त, भारतीय विदेश सेवा अधिकारी ) |
नवंबर 1998 से 22 मई 2004 तक |
अटल बिहारी वाजपेयी |
2 |
जे एन दीक्षित (सेवानिवृत्त, भारतीय विदेश सेवा अधिकारी ) |
23 मई 2004 से 3 जनवरी 2005 तक |
डॉ.मनमोहन सिंह |
3 |
एम. के. नारायणन (सेवानिवृत्त, भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी) |
3 जनवरी 2005 से 23 जनवरी 2010 तक |
डॉ.मनमोहन सिंह |
4 |
शिवशंकर मेनन (सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी) |
24 जनवरी 2010 से 28 मई 2014 तक |
डॉ.मनमोहन सिंह |
5 |
अजित डोभाल (सेवानिवृत्त, भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी) |
30 मई 2014 से अब तक |
नरेंद्र मोदी |