आसियान-भारत पर्यटन पेशेवर विनिमय कार्यक्रम 2025 असम के गुवाहाटी में शुरू हुआ। यह विनिमय 12 से 17 दिसंबर, 2025 तक गुवाहाटी, काजीरंगा और नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
- आसियान-भारत पर्यटन पेशेवर विनिमय कार्यक्रम 2025 असम के गुवाहाटी में भारत और दस आसियान सदस्य देशों के पर्यटन पेशेवरों के बीच दो दिनों की गहन बातचीत के साथ शुरू हुआ।
- भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में असम पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (ATDC) द्वारा आयोजित, यह विनिमय 12 से 17 दिसंबर तक गुवाहाटी, काजीरंगा और नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है।
- यह प्रयास कुआलालंपुर में MATTA मेले 2025 में भारत की भागीदारी पर आधारित है, जहाँ ATDC ने आसियान-भारत पर्यटन वर्ष के तहत असम और पूर्वोत्तर को उभरते हुए गंतव्यों के रूप में प्रदर्शित किया।
- आसियान के इकतालीस प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं - कंबोडिया (4), इंडोनेशिया (8), लाओ पीडीआर (4), मलेशिया (4), म्यांमार (4), फिलीपींस (3), सिंगापुर (3), थाईलैंड (4), तिमोर लेस्ते (2) और वियतनाम (5)।
- 12 दिसंबर को, आने वाले प्रतिनिधि गुवाहाटी पहुँचे और ब्रह्मपुत्र पर एक सनसेट क्रूज पर सवार हुए, जिसने असम के नदी-आधारित पर्यटन और इसके किनारों पर सामुदायिक अनुभवों को प्रदर्शित किया।
- गुवाहाटी चरण ने काजीरंगा और नई दिल्ली में शेष सत्रों के लिए एक रचनात्मक माहौल तैयार किया है, जहाँ पर्यटन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और आसियान मिशनों के साथ नीतिगत परामर्श असम में उत्पन्न विचारों पर आधारित होंगे।
- इस इवेंट का मकसद बिजनेस मीटिंग्स, ट्रेड सेशन और टूर ऑपरेटरों और पॉलिसीमेकर्स के मिलकर काम करने वाले नेटवर्क के ज़रिए नॉर्थईस्ट को आसियान ट्रैवल सर्किट में जोड़कर रीजनल टूरिज्म लिंकेज को मजबूत करना है।
आसियान क्या है?
- आसियान की स्थापना 1967 में संस्थापक सदस्यों द्वारा आसियान घोषणा (बैंकॉक घोषणा) पर हस्ताक्षर करने के साथ हुई।
- आसियान के संस्थापक देश हैं: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड।
- 1990 के दशक में - 1975 में वियतनाम युद्ध की समाप्ति और 1991 में शीत युद्ध की समाप्ति के बाद क्षेत्र में बदलती परिस्थितियों के कारण सदस्यता दोगुनी हो गई।
- ब्रुनेई (1984), वियतनाम (1995), लाओस और म्यांमार (1997), और कंबोडिया (1999) को इसमें शामिल किया गया।
- आसियान का आदर्श वाक्य है “एक दृष्टि, एक पहचान, एक समुदाय” ।
- 08 अगस्त को आसियान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- आसियान सचिवालय - इंडोनेशिया, जकार्ता।
भारत-इटली व्यवसाय मंच 2025
- मुंबई में आयोजित भारत–इटली व्यवसाय मंच 2025 ने रणनीतिक साझेदारी के अंतर्गत द्विपक्षीय व्यापार तथा नवाचार को सुदृढ़ किया, साथ ही लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं व उच्च-प्रौद्योगिकी सहयोग को और आगे बढ़ाया।
- आर्थिक सहयोग के लिये 22वें भारत-इटली संयुक्त आयोग (के सहमत कार्यवृत्त पर हस्ताक्षर, जो भविष्य के द्विपक्षीय सहयोग के लिये एक स्पष्ट व संरचित रोडमैप प्रदान करता है।
- इटली-भारत संयुक्त रणनीतिक कार्ययोजना 2025-2029: वर्ष 2024 में घोषित यह कार्ययोजना कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, दूरसंचार, जैव प्रौद्योगिकी और गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिये एक स्पष्ट रोडमैप प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, नवाचार तथा समन्वित द्विपक्षीय सहभागिता से ठोस परिणाम प्राप्त करना है।
भारत-इटली आर्थिक संबंध
- इटली, भारत के लिये यूरोपीय संघ का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जिसके साथ द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2024-25 में 13.76 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचा, जिसमें भारत का निर्यात 7.73 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
- भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (2000–2025) के मामले में इटली 19वें स्थान पर है। इस अवधि में इटली से कुल 3.61 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ है, जो मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल, व्यापार, मशीनरी, सेवाओं और विद्युत उपकरणों जैसे क्षेत्रों में केंद्रित है।
- सेवा क्षेत्र में व्यापार निरंतर बढ़ रहा है और भारत न केवल इतालवी सेवा निर्यात के लिये एक तेज़ी से विस्तार करता हुआ बाज़ार बन रहा है, बल्कि IT तथा पेशेवर सेवाओं का एक सशक्त आपूर्तिकर्त्ता के रूप में भी उभर रहा है।