दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने 13 सितंबर 2023 को स्वदेशी संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (आई-सीबीटीसी) विकसित करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
यह साझेदारी भारत में रेल परिवहन को बदल देगी, नवाचार को बढ़ावा देगी, लागत कम करेगी और ट्रेन नियंत्रण सिग्नलिंग सिस्टम के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी।
- यह साझेदारी आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत जारी भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के साथ जुड़ी हुई है। इस टेक्निकल संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (सीबीटीसी) को विश्व के प्रमुख महानगरों में भी लागू किया गया है।
आई-सीबीटीसी से लाभ:
- संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली रेल बुनियादी ढांचे का कुशलतापूर्वक उपयोग करते हुए ट्रेन संचालन को अनुकूलित करेगी, आवृत्ति बढ़ाएगी और यात्री सेवाओं को बढ़ाएगी। प्रोटोटाइप आई-सीबीटीसी उत्पाद को जल्द ही परीक्षण ट्रैक पर तैनात किया जाएगा।
- डीएमआरसी का लक्ष्य रेल के बुनियादी ढांचे का कुशलतापूर्वक उपयोग करते हुए ट्रेन संचालन को अनुकूलित करना है।
- डीएमआरसी ने इस वर्ष की शुरुआत में भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप रेड लाइन पर स्वदेशी स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली (आई-एटीएस) तैनात की थी।
- आई-सीबीटीसी का विकास मेट्रो सिग्नलिंग और ट्रेन नियंत्रण प्रणालियों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
- इसके साथ ही मेक इन इण्डिया पहल को बढ़ावा देकर विदेशी विक्रेताओं पर निर्भरता को कम करना, स्वदेशीकरण और मानकीकरण को भी बढ़ावा देना है।
यह प्रयास डीएमआरसी और बीईएल के 50 इंजीनियरों की एक टीम द्वारा किया गया है। जो मुख्य तौर पर सिग्नलिंग प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर विकास, हार्डवेयर विकास, सुरक्षा प्रक्रियाओं, रैमएस, परीक्षण के क्षेत्र से संबंध रखते हैं।