भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) ने दीपक गुप्ता को दो महीने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक के अंतरिम प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में मंजूरी दे दी है। उदय कोटक के इस्तीफे के बाद उन्हें बैंक के अंतरिम एमडी और सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था।
बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 के तहत, आरबीआई द्वारा विनियमित बैंकों में शीर्ष पद की नियुक्तियों के लिए बैंकों को आरबीआई की मंजूरी लेना अनिवार्य है।
कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक, उदय कोटक ने 1 सितंबर, 2023 को बैंक के एमडी और सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया। उदय कोटक का कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 को समाप्त होना था, लेकिन उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया।
कोटक महिंद्रा एक भारतीय निजी क्षेत्र का बैंक है जिसने 2003 में अपना बैंकिंग परिचालन शुरू किया था।
आरबीआई के अप्रैल 2021 के बैंकों में कॉर्पोरेट प्रशासन पर दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक का प्रवर्तक(प्रमोटर) जो प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी या पूर्णकालिक निदेशक हैं, 12 साल से अधिक समय तक अपने पद पर नहीं रह सकते । हालाँकि आरबीआई की अनुमति से कार्यकाल को 15 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
बैंक के एमडी और सीईओ के रूप में उदय कोटक का 15 साल का कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 को समाप्त होना था।
कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड (केएमएफ़एल) भारत की पहली गैर बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफ़सी) जिसे आरबीआई से बैंकिंग लाइसेंस मिला था ।
केएमएफ़एल ने 2003 में कोटक महिंद्रा बैंक के रूप में अपना बैंकिंग परिचालन शुरू किया।
2005 में आईएनजी वैश्य बैंक का कोटक महिंद्रा बैंक में विलय हो गया।
मुख्यालय: मुंबई
टैगलाइन: आइए पैसे को सरल बनाएं