भारतीय नौसेना का गोताखोर सहायता और पनडुब्बी बचाव पोत, ‘आईएनएस निरीक्षक’ त्रिंकोमाली में आयोजित साप्ताहिक ‘गोताखोर प्रशिक्षण अभ्यास’ में भाग लिया।
इस अभ्यास का आयोजन 15 से 21 सितंबर, 2023 तक श्रीलंका के त्रिंकोमाली में किया गया।
- ‘गोताखोर प्रशिक्षण अभ्यास’ के तहत दोनों देशों की नौसेना की गोताखोर टीमों ने बंदरगाह और समुद्र में व्यापक रूप से गोते लगाए। इसके अलावा, इस पोत के चालक दल और श्रीलंका नौसेना कर्मियों के बीच आपसी हितों के विभिन्न पहलुओं पर कर्मियों को प्रशिक्षण देने सहित कई अन्य वार्ताएं भी आयोजित की गई।
- जूनियर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, त्रिंकोमाली के अधिकारियों ने इस पोत का दौरा किया, जिन्हें इस जहाज की परिपूर्ण गोताखोरी क्षमता के बारे में जानकारी दी गई।
- पूर्वी नौसेना क्षेत्र के कमांडर रियर एडमिरल पीएस डी सिल्वा ने ‘आईएनएस निरीक्षक’ का दौरा किया और श्रीलंका नौसेना के गोताखोरों को प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय नौसेना के समर्थन की सराहना की।
- एडमिरल पीएस डी सिल्वा ने दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और पेशेवर विशेषज्ञता के आदान-प्रदान की आवश्यकताओं पर भी बल दिया।
अभ्यास के अलावा अन्य कार्य:
- इस प्रशिक्षण गतिविधियों के अलावा, त्रिंकोमाली में वंचित बच्चों के स्कूल में एक सामाजिक आउटरीच गतिविधि भी आयोजित की गई। अंतर्राष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस (16 सितंबर, 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस’ के साथ ‘ओजोन दिवस’ भी मनाया जाता है) के अवसर पर डच बीच पर एक संयुक्त समुद्र तट सफाई अभियान भी चलाया गया।
- एकता और स्वास्थ्यता के प्रदर्शन में, श्रीलंका के नौसेनाकर्मियों के साथ संयुक्त योग सत्र और मैत्रीपूर्ण बास्केटबॉल मैच भी आयोजित किया गया।
- आईएनएस निरीक्षक आगंतुकों के लिए खोला गया और 1,500 से अधिक कर्मियों ने जहाज का दौरा किया। आईएनएस निरीक्षक की श्रीलंका यात्रा से दोनों नौसेनाओं के मध्य संबंध और अधिक मजबूत एवं घनिष्ट हुए हैं।
आईएनएस निरीक्षक
- आईएनएस निरीक्षक भारतीय नौसेना का एक डाइव सपोर्ट और पनडुब्बी बचाव जहाज है।
- इसका निर्माण वर्ष 1985 में मझगाँव शिपबिल्डर्स द्वारा किया गया।
- इसे वर्ष 1995 में नौसेना में कमीशन किया गया।
- यह पोत दो डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू व्हीकल (डीएसआरवी) से लैस है, जो 12 लोगों को एक साथ 300 मीटर तक ले जाने में सक्षम है।
- आईएनएस निरीक्षक के निर्माण का मुख्य उद्देश्य संकटग्रस्त पनडुब्बी से बचाव और गोताखोरों के प्रशिक्षण को सुगम बनाना है।
- आईएनएस निरीक्षक विभिन्न डाइविंग ऑपरेशनों का भाग रहा है।
- देश में सर्वाधिक 257 मीटर की गहराई में गोता लगाने का रिकॉर्ड भी आईएनएस निरीक्षक के नाम है।
- फरवरी 2023 में आईएनएस निरीक्षक को सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में गहरे समुद्र में डाइविंग और साल्वेज ऑपरेशन के लिए नौसेना प्रमुख के ‘ऑन-द-स्पॉट यूनिट’ प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया था।