भारतीय नौसेना, 20 और 21 नवंबर 2024 को चौथे सी विजिल अभ्यास की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। द्विवार्षिक सी विजिल एक राष्ट्रीय स्तर का तटीय रक्षा अभ्यास है जिसमें भारत के तटीय और समुद्री सुरक्षा के लिए जिम्मेदार विभिन्न अन्य हितधारक शामिल हैं। तीसरा सी विजिल अभ्यास संस्करण, नवंबर 2022 में भारतीय नौसेना के समग्र नेतृत्व में आयोजित किया गया था।
भारतीय नौसेना के नेतृत्व में सी विजिल अभ्यास 2018 में शुरू किया गया था और यह हर दो साल में आयोजित किया जाता है।
सी विजिल अभ्यास भारतीय नौसेना के अपने 'थिएटर लेवल रेडीनेस ऑपरेशनल एक्सरसाइज (ट्रोपेक्स)' का पूर्ववर्ती है, जो हर दो साल में आयोजित किया जाता है।
भारत में सी विजिल अभ्यास की संकल्पना 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद की गई थी जब पाकिस्तानी आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला करने के लिए समुद्री मार्गों का इस्तेमाल किया था।
देश के किसी विशेष तटीय क्षेत्र में तटीय सुरक्षा का आकलन करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल देश के अलग अलग तटीय क्षेत्र में सागर कवच नाम से नियमित अभ्यास आयोजित किए जाते हैं।
सी विजिल अभ्यास एक राष्ट्रीय स्तर का अभ्यास है जहां समुद्री सुरक्षा और तटीय रक्षा को लेकर देश की तैयारियों का आकलन किया जाता है।
भारतीय नौसेना चौथे सी विजिल अभ्यास का नेतृत्व करेगी और इसमें केंद्र सरकार के तटीय सुरक्षा से संबंधित,6 मंत्रालय और 21 संगठन/एजेंसियां जैसे सीमा शुल्क, राज्य समुद्री पुलिस, भारतीय तटरक्षक आदि शामिल होंगे।
इस अभ्यास में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना भी भाग ले रही है।
सी विजिल अभ्यास का चौथा संस्करण देश के 11,098 किलोमीटर लंबे समुद्र तट और 2.4 मिलियन वर्ग किलोमीटर के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में आयोजित किया जाएगा।
सी विजिल अभ्यास का उद्देश्य है;