7 अगस्त 2023 को शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दिया कि सरकार देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने और अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करने के लिए अनुसंधान पार्क बना रही है।
सरकार ने देश में अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए देश के विभिन्न प्रतिष्ठित भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थानों में अनुसंधान पार्क की स्थापना को मंजूरी दी थी।
इन संस्थानों में मुख्यतः आईआईटी मद्रास, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी गांधीनगर और आईआईएससी बैंगलोर है।
वहीं आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर और आईआईटी दिल्ली में स्थित अनुसंधान पार्क काम कर रहे हैं और अन्य पार्क अपने पूरा होने के अंतिम चरण में हैं।
अनुसंधान पार्क का उद्देश्य:
इन शोध पार्कों का मुख्य उद्देश्य देश में अनुसंधान संस्कृति में नवाचार लाकर उन्हें व्यवहृत करना ताकि इसका लाभ आमजनों को प्राप्त हो सके।
इसके लिए सरकार ने शोधकर्ताओं के लिए कई गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है:
सर्वश्रेष्ठ श्रेणी में आने वाले उद्योगों के साथ अनुसंधान सहयोग करना,
छात्रों की उद्यमशीलता और ऊष्मायन को सक्षम करना और इसके लिए मजबूत शैक्षणिक संबंध बनाना,
उद्योग तक शैक्षणिक सामग्री की पहुंच बढ़ाना और
निकट सहयोग के माध्यम से उद्योग को शैक्षणिक कार्यक्रमों में मूल्य को जोड़ने में सक्षम बनाना है।