1990 से हर साल 11 जुलाई को दुनिया भर में विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन जनसंख्या वृद्धि का पर्यावरण और विकास पर प्रभाव तथा जनसंख्या वृद्धि से संबंधित अन्य मुद्दों पर वैश्विक हितधारकों का ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करता है।
विश्व जनसंख्या दिवस की पृष्ठभूमि
- विश्व जनसंख्या दिवस की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा की गई थी।
- 11 जुलाई 1987 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक तौर विश्व जनसंख्या को पाँच अरब से अधिक घोषित किया।
- इस तिथि के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
- पहला जनसंख्या दिवस 11 जुलाई 1990 को मनाया गया था।
- बाद में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस घोषित करने के लिए दिसंबर 1990 में एक प्रस्ताव पारित किया।
2024 विश्व जनसंख्या दिवस का विषय
2024 विश्व जनसंख्या दिवस का विषय "किसी को पीछे न छोड़ना, सभी की गिनती करना" है।
इस वर्ष का विषय विश्व स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए जनसंख्या डेटा एकत्र करने, विश्लेषण करने और उपयोग करने के महत्व पर प्रकाश डालती है।
जनसंख्या डेटा के उचित दस्तावेज़ीकरण से यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और समुदाय की अधिकारों और विकल्पों का उपयोग करने की क्षमता में पर्याप्त सुधार हुआ है।
हालाँकि, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया में कई हाशिए पर रहने वाले समुदाय हैं जिनकी जनसंख्या का डेटा अभी तक हासिल नहीं किया जा सका है, जिससे उनके जीवन और कल्याण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
वैश्विक जनसंख्या और इसकी वृद्धि
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, वैश्विक मानव जनसंख्या 1804 में एक अरब का आंकड़ा पार कर गई थी और 1930 में 2 अरब जनसंख्या के आंकड़े तक पहुंचने में इसे 126 साल लग गए।
- वैश्विक मानव जनसंख्या को अगले 30 वर्षों में 3 अरब, अगले 14 वर्षों में 4 अरब और अगले 13 वर्षों में 5 अरब का आंकड़ा करने में समय लगा।
- 2011 में विश्व की मानव जनसंख्या 7 अरब को पार कर गई।
- 15 नवंबर 2022 को वैश्विक मानव जनसंख्या 8 अरब को पार कर गई।
- संयुक्त राष्ट्र को उम्मीद है कि 2030 में मानव आबादी लगभग 8.5 अरब , 2050 में 9.7 अरब और 2100 में 10.9 अरब तक पहुंच जाएगी।
विश्व में सबसे अधिक और सबसे कम जनसंख्या वाला देश
अभी तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश क्रमानुसार (घटती आबादी के अनुसार ) निम्नलिखित हैं।
- भारत, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अप्रैल 2023 में भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया।
- मुख्यभूमि चीन,
- संयुक्त राज्य अमेरिका और
- इंडोनेशिया
सबसे कम आबादी वाले देश
विश्व जनसंख्या समीक्षा के अनुसार, वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे कम आबादी वाला देश है, जिसकी अनुमानित आबादी 2024 में 526 है।
वेटिकन सिटी के बाद, प्रशांत महासागर का द्वीपीय देश तुवालु दुनिया का दूसरा सबसे कम आबादी वाला देश है, और उसके बाद प्रशांत महासागर का ही द्वीप देश, नाउरू तीसरे स्थान पर है।