राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 25 अगस्त, 2023 राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में ब्रह्माकुमारीज़ की पूर्व प्रमुख दादी प्रकाशमणि की स्मृति में एक डाक टिकट जारी किया।
यह डाक टिकट दादी प्रकाशमणि की 16 वीं पुण्य तिथि के अवसर पर संचार मंत्रालय के डाक विभाग की 'माई स्टैम्प' पहल के अंतर्गत जारी किया गया।
- राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि दादी प्रकाशमणि ने आध्यात्मिकता के माध्यम से भारतीय मूल्यों और संस्कृति को भारत और विदेशों में फैलाया।
- उनके नेतृत्व में ब्रह्माकुमारीज़ विश्व में महिलाओं के नेतृत्व वाला सबसे बड़ा आध्यात्मिक संगठन बना। वह एक सच्चे नेता की तरह चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी विश्वास और साहस के साथ ब्रह्माकुमारीज़ परिवार के साथ खड़ी रहीं और हमेशा उनका मार्गदर्शन किया।
ब्रहमाकुमारीज़:
- संस्थापक: प्रजापिता ब्रह्मा बाबा
- ब्रहमाकुमारीज़, 1937 में स्थापना के बाद से विश्व भर में फैला हुआ एक ऐसा आध्यात्मिक संस्थान है जो व्यक्तिगत परिवर्तन और विश्व नवनिर्माण के लिए समर्पित है।
- ब्रह्माकुमारीज़ का अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय भारत के माउण्ट आबू में स्थित है।
- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक क्षेत्रों में गैर सरकारी संस्थान के रूप में स्थापित हो चुका है। हालांकि उनकी वास्तविक प्रतिबद्धता व्यक्ति को अपने दृष्टिकोण में भौतिक से आध्यात्मिकता में परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करना है।
- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों को विभिन्न देशों में स्थित कार्यालयों के माध्यम से संचालित किया जाता है, जैसे लण्डन, मॉस्को, नैरोबी, न्यूयॉर्क और सिडनी।
- ब्रह्माकुमारीज़ महिलाओं द्वारा चलाई जाने वाली विश्व में सबसे बड़ी आध्यात्मिक संस्था है।
- इस संस्था के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने माताओं और बहनों को शुरू से ही आगे रखने का फैसला लिया और इसी के कारण विश्व की अन्य सभी आध्यात्मिक और धार्मिक संस्थानों के बीच में ब्रह्माकुमारीज़ अपना अलग अस्तित्व बनाये हुए है।