विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने 18 अगस्त, 2023 को बिहार के बाढ़ में बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 660 मेगावाट की इकाई राष्ट्र को समर्पित किया।
18 अगस्त, 2023 को उद्घाटन की गई 660 मेगावाट इकाई परियोजना के चरण I की इकाई #2 है। इस इकाई के आरंभ होने से राष्ट्र को विश्वसनीय और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के सरकार के प्रयास बल मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यूनिट को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए परियोजना में शामिल सभी इंजीनियरों और श्रमिकों सहित एनटीपीसी की टीम को बधाई दी। केंद्रीय मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि परियोजना की शेष तीसरी इकाई भी सफलतापूर्वक पूरी कर ली जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बिहार की 90 फीसदी से अधिक बिजली आवश्यकता की पूर्ति एनटीपीसी द्वारा की जाती है।
श्री सिंह ने बताया कि सरकार के प्रयासों से पिछले नौ वर्षों में देश बिजली की कमी से अधिशेष बिजली वाला देश बन गया है। पूरे देश को एक फ्रीक्वेंसी पर चलने वाले एक एकीकृत ग्रिड से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि वितरण प्रणालियों को अभूतपूर्व पैमाने पर मजबूत किया गया है और सभी राज्यों में वितरण प्रणाली को मजबूत करने की दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनायें स्वीकृत लागत पर लागू की गई हैं।
श्री सिंह ने बताया कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की औसत उपलब्धता साढ़े 20 घंटे और शहरी क्षेत्रों में औसत साढ़े 23 घंटे है।
विद्युत मंत्रालय ने विद्युत अधिनियम, 2003 के तहत बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम, 2020 को अधिसूचित किया है। इन नियमों के कार्यान्वयन से यह सुनिश्चित होगा कि नये बिजली कनेक्शन, रिफंड और अन्य सेवाएं समयबद्ध तरीके से दी जाएंगी।
भारत की सबसे बड़ी विद्युत कंपनी, एनटीपीसी लिमिटेड विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।
स्थापना: 1975
मुख्यालय: नई दिल्ली
मई 2010 में इसे महारत्न कंपनी घोषित किया गया।