केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने 6 सितंबर 2023 को एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के शिक्षक डॉ. यशपाल सिंह को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया।
वर्तमान में डॉ. यशपाल सिंह मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत हैं।
- डॉ. यशपाल सिंह का इस पुरस्कार के लिए चुनाव देशभर से एक कठिन एवं पारदर्शी ऑनलाइन तीन- चरणों वाली प्रक्रिया के माध्यम से किया गया।
75 सर्वाधिक प्रतिभाशाली शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार:
- इस वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए देश भर से कुल 75 सर्वाधिक प्रतिभाशाली शिक्षकों का चुनाव किया गया है।
डॉ. यशपाल सिंह चौथी बार बने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता:
- इस सम्मान समारोह के अवसर पर, केन्द्रीय मंत्री मुंडा ने कहा, “ईएमआरएस के एक शिक्षक को चौथी बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता के रूप में देखना जनजातीय कार्य मंत्रालय के लिए गर्व का क्षण है। उनके द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्य अन्य स्कूल शिक्षकों और विद्यार्थियों को उत्कृष्टता की राह पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।”
डॉ. यशपाल सिंह का शिक्षण में योगदान:
- डॉ. यशपाल सिंह ने ईएमआरएस भोपाल का दर्जा बढ़ाने और विद्यालय का नाम नई ऊंचाइयों पर ले जाने में उल्लेखनीय योगदान देकर शिक्षण के पेशे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और परिश्रम का प्रदर्शन किया है।
- डॉ. यशपाल सिंह के विशिष्ट योगदानों में विद्यालय के बुनियादी ढांचे की उन्नति, ईएमआरएस छात्रों के लिए स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना, वृक्षारोपण एवं टिकाऊ पर्यावरण संबंधी कार्यप्रणालियों की शुरुआत, शून्य ड्रॉप-आउट दर और ईएमआरएस में कौशल सक्षमता सुनिश्चित करना शामिल है।
पुरस्कार का उद्देश्य:
- यह पुरस्कार वास्तव में जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा जनजातीय स्कूलों को सुविधाजनक बनाने और विद्यार्थियों को मुख्यधारा में शामिल करने के समर्पित प्रयासों को दर्शाता है, जिससे एक उज्जवल एवं सफल भविष्य सुनिश्चित होता है।
- यह जनजातीय विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक मानकों को बढ़ाने के लिए सहयोगात्मक रूप से कार्य करने वाले सभी ईएमआरएस शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के प्रयासों को भी मान्यता देता है।
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस):
- एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय देश में अनुसूचित जनजाति के लिए मॉडल आवासीय विद्यालय बनाने की एक योजना है। ईएमआरएस की शुरुआत वर्ष 1997-98 में की गई थी।
- जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा नासिक में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय के स्थापना की योजना आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये बनाई गई।
- ईएमआरएस में सीबीएसई पाठ्यक्रम का अनुसरण किया जाता है।
- ईएमआरएस में न केवल शैक्षणिक शिक्षा बल्कि आदिवासी छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर देते हुए आदिवासी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय विकसित किये जा रहे हैं।