छत्तीसगढ़ की दो कोयला खदानें गेवरा और कुसमुंडा को वर्ल्डएटलस डॉट कॉम(WorldAtlas.com) की दुनिया की शीर्ष दस कोयला खदानों में शामिल किया गया है। छत्तीसगढ़ की इन दो कोयला खदानें का देश के वार्षिक कोयला उत्पादन में लगभग 10% हिस्सा हैं, और 2023-24 में इनका संयुक्त कोयला उत्पादन 100 मिलियन टन से अधिक था।
इस सूची में सबसे अधिक खदानें-चार इंडोनेशिया की है जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका की ब्लैक थंडर खदान को दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदान का दर्जा दिया गया है।
चीन दुनिया में कोयले का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है, और विश्व में भारत दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक देश है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा ज्ञात कोयला भंडार है।
कार्बन की मौजूदगी के आधार पर, कोयले को एन्थ्रेसाइट, बिटुमिनस, लिग्नाइट और पीट में वर्गीकृत किया जाता है।
एन्थ्रेसाइट कोयले में कार्बन की मात्रा सबसे अधिक, 80-95% होती है। बिटुमिनस कोयले में 40-80% कार्बन की मात्रा होती है, लिग्नाइट, जिसे भूरा कोयला भी कहा जाता है, में 40-55%, और पीट कोयले में 40-55% से कम कार्बन की मात्रा होती है।
वर्ल्डएटलस डॉट कॉम के अनुसार, दुनिया की शीर्ष कोयला उत्पादक कोयला खदानों की सूची निम्नलिखित है।
विश्व में स्थान |
कोयला खान |
देश |
1 |
ब्लैक थंडर खदान |
संयुक्त राज्य अमेरिका |
2 |
गेवरा खदान |
छत्तीसगढ़, भारत |
3 |
नॉर्थ एंटेलोप रोशेल खदान |
संयुक्त राज्य अमेरिका |
4 |
कुसमुंडा खदान |
छत्तीसगढ़, भारत |
5 |
उत्तरी शानक्सी खदान |
चीन |
6 |
संगट्टा खदान |
इंडोनेशिया |
7 |
बेलचाटो खदान |
पोलैंड |
8 |
एफटीबी परियोजना |
इंडोनेशिया |
9 |
टुटुपन खदान |
इंडोनेशिया |
10 |
बोर्नियो इंडोबारा खदान |
इंडोनेशिया |