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भारतीय वायुसेना का विशेष विमान कुवैती अग्निकांड पीड़ित के पार्थिव शरीर को वापस आया

Utkarsh Classes Last Updated 24-06-2024
Special IAF plane bring back Mortal remains of Kuwaiti fire victim Death 5 min read

भारतीय वायु सेना के दो विशेष विमान,उन 45 भारतीय आप्रवासी श्रमिकों के शवों को लेकर स्वदेश वापस आया जिनकी कुवैत के एक इमारत में भीषण आग लगने से मृत्यु हो गई थी, जिसमें वे रह रहे थे। 14 जून 2024 को एक भारतीय वायु सेना का  सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान केरल के कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा और दूसरा पालम तकनीकी हवाई अड्डा, नई दिल्ली में उतरा।

नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीयों के शवों को वापस लाने और घायलों की देखभाल सुनिश्चित करने के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह को कुवैत भेजा ताकि कुवैती सरकार के साथ समन्वय स्थापित किया जा सके।

कुवैती श्रमिक आवास में विनाशकारी आग 

12 जून 2024 को कुवैत में अहमदी गवर्नरेट के मंगफ़ क्षेत्र में एक श्रमिक आवास सुविधा में विनाशकारी आग लग गई। मारे गए सभी 49 लोग कुवैती कंपनी एनबीटीसी के लिए काम करते थे। मारे गए 49 लोगों में से 41 भारतीय और तीन फिलिपिनो थे। मारे गए भारतीयों में सबसे ज्यादा केरल से 23, तमिलनाडु से सात, आंध्र प्रदेश से तीन और झारखंड, हरियाणा, पंजाब, बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से एक-एक व्यक्ति शामिल था।

कुवैती सरकार के अनुसार, संभवतः रसोई में इलेक्ट्रिक सर्किट की खराबी के कारण आग लगी। मौतें धुएं के कारण साँस लेने दिक्कत और उसके परिणामस्वरूप दम घुटने के कारण हुईं। कुवैत सहित पश्चिम एशिया में अप्रवासी श्रमिकों को ठहराए जाने वाली कई सुविधाओं का रखरखाव खराब होती है और उनमें आवश्यक बुनियादी ढांचे का अभाव होता है।

अग्निकांड पीड़ित के लिए मुआवजे का ऐलान 

भारत सरकार ने मारे गए भारतीयों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। केरल सरकार ने भी मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है।

कुवैती कंपनी एनबीटीसी ने आग में मारे गए प्रत्येक मजदूर के परिवार को 8 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

कुवैत में भारतीय 

केंद्रीय विदेश मंत्रालय के अनुसार कुवैत में लगभग दस लाख आप्रवासी भारतीय हैं।

कुवैत में भारतीय सबसे बड़े आप्रवासी समुदाय है। कुवैत में कार्यरत कई भारतीय इंजीनियर, डॉक्टर, प्रबंधन सलाहकार, आर्किटेक्ट, चार्टर्ड अकाउंटेंट, वैज्ञानिक, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ, तकनीशियन और नर्स जैसे पेशेवर हैं; खुदरा व्यापारी और व्यवसायी। हालाँकि कुवैत में काम करने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा अकुशल और अर्ध-कुशल श्रमिकों का हैं।

कुवैत के बारे में 

कुवैत एक मुस्लिम अरब देश है जो एशिया में फारस की खाड़ी के साथ अरब प्रायद्वीप में स्थित है।

यह देश पेट्रोलियम तेल से समृद्ध है और इसकी प्रति व्यक्ति आय दुनिया में सबसे अधिक में से एक है।

कुवैत एक राजतंत्र या अमीरात है जिस पर अल सबा परिवार का शासन है।

राजधानी: कुवैत शहर

मुद्रा:कुवैती दीनार 

राजा या अमीर: शेख मिशाल अल-अहमद अल-जाबिर अल-सबा

प्रधान मंत्री: शेख मोहम्मद सबा अल-सलेम अल-सबा

FAQ

उत्तर: कुवैत

उत्तर: यह जगह कुवैत में है जहां एक भीषण आग की दुर्घटना में 41 भारतीयों की मौत हो गई।

उत्तर: वह केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री हैं।

उत्तर: कुवैती शहर

उत्तर: शेख मोहम्मद सबा अल-सलेम अल-सबा
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