भारत 10-16 सितंबर तक रूस में एक बहुपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ZAPAD’ में भाग लेगा, जिसका उद्देश्य पारस्परिकता में सुधार लाना और पारंपरिक युद्ध तथा आतंकवाद-रोधी अभियानों के क्षेत्र में रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करना है।
- भारतीय सशस्त्र बलों का एक दल 09 सितंबर, 2025 को रूस के निज़नी स्थित मुलिनो प्रशिक्षण मैदान के लिए रवाना हुआ, यह दल 10-16 सितंबर 2025 तक आयोजित होने वाले बहुपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ZAPAD’ 2025 में भाग लेगा।
- दल में भारतीय सेना के 57 जवान, भारतीय वायु सेना के 7 जवान और भारतीय नौसेना का 1 जवान शामिल है। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व कुमाऊँ रेजिमेंट की एक बटालियन और अन्य सेनाओं के जवान कर रहे हैं।
- बहुपक्षीय अभ्यास ZAPAD 2025 का उद्देश्य सैन्य सहयोग को बढ़ाना, अंतर-संचालन क्षमता में सुधार करना और भाग लेने वाली सेनाओं को पारंपरिक युद्ध और आतंकवाद-रोधी अभियानों के क्षेत्र में रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
- यह अभ्यास खुले और समतल भूभाग में संयुक्त कंपनी स्तर के अभियानों पर केंद्रित होगा, जहाँ सैनिक संयुक्त योजना, सामरिक अभ्यास और विशेष हथियार कौशल जैसे विभिन्न मिशनों को अंजाम देंगे। यह संयुक्त परिचालन क्षमताओं को निखारने, उभरती प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने और बहुराष्ट्रीय युद्ध वातावरण में संचालन करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करेगा।
अन्य अभ्यास
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भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास इंद्र-2025 का 14वाँ संस्करण चेन्नई में आयोजित किया गया। यह वर्ष 2003 से नियमित रूप से आयोजित किया जाने वाला एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।
- चेन्नई में बंदरगाह चरण, जिसमें विशेषज्ञों का आदान-प्रदान, जहाज भ्रमण और खेलकूद शामिल थे। बंगाल की खाड़ी में समुद्री चरण, जिसमें सामरिक युद्धाभ्यास, वायु-रोधी अभियान और हेलीकॉप्टर लैंडिंग जैसे उन्नत अभ्यास शामिल थे।
ऑपरेशन राहत
- पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में आई भीषण बाढ़ के बाद, भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ऑपरेशन राहत के तहत बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियानों का नेतृत्व कर रही है।
- केवल दो हफ़्तों में, सेना ने 6,000 से ज़्यादा लोगों को निकाला है, 13,000 नागरिकों को चिकित्सा सहायता प्रदान की है और प्रभावित समुदायों को 48 टन आवश्यक सामग्री पहुँचाई है।
- अब तक, 17 इंजीनियर टास्क फ़ोर्स सहित 59 सेना टुकड़ियों का उपयोग करके 82 HADR मिशन चलाए गए हैं। बचाए गए लोगों में 300 अर्द्धसैनिक बल के जवान और हज़ारों फंसे हुए नागरिक शामिल हैं।
- भारतीय सेना की पश्चिमी कमान, चंडीगढ़ के निकट चंडीमंदिर छावनी में स्थित एक इकाई है, जो भारत की पश्चिमी सीमा की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी है। सन् 1947 में स्थापित, यह कमान पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों सहित विभिन्न क्षेत्रों की सेनाओं की देखरेख करती है।