तंजानिया की प्रथम महिला राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन तीन दिवसीय (8 से 10 अक्टूबर 2023) राजकीय यात्रा पर भारत आईं हैं। राष्ट्रपति हसन की यह यात्रा भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर हुई हैं।
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राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन के साथ विदेश मामले और पूर्व अफ्रीकी सहयोग मंत्री जनुअरी मकाम्बा (एमपी) समेत एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत आया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के सदस्य, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ तंजानिया व्यापार समुदाय के सदस्य भी शामिल थे।
- राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेहद गर्मजोशी और सौहाद्रपूर्ण माहौल में आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता की और पारस्परिक हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मसलों पर विचार साझा किए।
भारत-तंजानिया सहयोग बढ़ाने हेतु रोडमैप तैयार:
- दोनों देशों ने आपसी सहयोग के रिश्ते को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का निर्णय लिया है। दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग को प्रगाढ़ करने के लिए अगले पाँच वर्षों का रोडमैप तैयार किया है।
- राष्ट्रपति सुलुहू के साथ वार्ता के बाद प्रेस कांफ्रेंस में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति की भारत यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि तंजानिया को हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदार मानते हैं।
अफ्रीका में सबसे करीबी आर्थिक साझेदार है तंजानिया:
- तंजानिया भारत का अफ्रीका में सबसे करीबी आर्थिक साझेदार देश है। दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार की आरंभ हो चुकी है और इसे और अधिक बढ़ाने की संभावना पर काम किया जा रहा है।
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अब दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी है। स्थानीय मुद्रा में अधिक से अधिक कारोबार करने को लेकर हम गंभीर है और इस बारे में एक समझौते को अंतिम रूप दे रहे हैं।
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भुगतान प्रौद्योगिक यूपीआइ की भारत में मिली सफलता को तंजानिया में भी दोहराया जा सकता है। दोनों देशों के विशेषज्ञों के बीच इस बारे में शीघ्र ही बैठक होने जा रही है।
रक्षा क्षेत्र में पाँच वर्षीय रोडमैप:
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अंतरिक्ष व परमाणु ऊर्जा का आम हित के लिए उपयोग को लेकर भी दोनों देश शीघ्रता से वार्ता कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में हम एक पाँच वर्षीय रोडमैप को लेकर तैयार हुए हैं। इससे सैन्य प्रशिक्षण, समुद्री क्षेत्र में सहयोग व रक्षा उद्योग में रिश्ते स्थापित होंगे।
भारत-तंजानिया के मध्य छह अहम समझौते हुए:
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भारत के पीएम और तंजानिया की राष्ट्रपति के समक्ष दोनों देशों के बीच छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। इसे निम्नलिखित बिन्दुओं में देखा जा सकता है:
- डिजिटल बदलाव के लिए जनसंख्या के पैमाने पर कार्यान्वित सफल डिजिटल समाधानों को साझा करने के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता।
- व्हाइट शिपिंग जानकारी साझा करने पर भारतीय गणराज्य की भारतीय नौसेना और तंजानिया संयुक्त गणराज्य की तंजानिया शिपिंग एजेंसीज कॉर्पोरेशन के बीच तकनीकी समझौता।
- वर्ष 2023-2027 के लिए भारत गणराज्य की सरकार और तंजानिया संयुक्त गणराज्य की सरकार के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम।
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खेल के क्षेत्र में सहयोग पर तंजानिया की नेशनल स्पोर्ट्स कौंसिल और भारतीय खेल प्राधिकरण के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू)।
- तंजानिया में एक औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए भारतीय गणराज्य के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के तहत जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण और तंजानिया संयुक्त गणराज्य के तंजानिया इन्वेस्टमेंट सेंटर के बीच समझौता।
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समुद्री उद्योग में सहयोग पर कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड और मरीन सर्विसेज कंपनी लिमिटेड के बीच समझौता।
- भारत ने तंजानिया के अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया है।
तंजानिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्यता का समर्थन किया:
- बैठक में तंजानिया की राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्य बनाये जाने का समर्थन किया है।
- दोनों देशों के निजी क्षेत्रों के बीच कई तरह के समझौते हुए हैं।
- हाल के वर्षों में दर्जनों भारतीय कंपनियों ने तंजानिया में निवेश किया है। बाद में जारी संयुक्त बयान में दोनों देशों ने कहा है कि रणनीतिक साझेदारी स्थापित होने से समुद्री सुरक्षा, रक्षा सहयोग व कारोबार व निवेश के क्षेत्र में अब ज्यादा तेजी से आगे बढ़ा जा सकता है।
आरबीआइ ने वोस्ट्रो एकाउंट खोलने की दी अनुमति:
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स्थानीय मुद्रा में कारोबार को बढ़ावा देने को लेकर दोनों देश उत्साहित हैं। हाल ही में आरबीआइ ने तंजानिया शिलिंग और भारतीय रुपये में कारोबार करने के लिए वोस्ट्रो एकाउंट खोलने की इजाजत दे दी है। इस बारे में जो भी समस्याएं आएंगी, उसको भी सुलझाने को लेकर दोनों देश तैयार हैं।
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दोनों देशों के मध्य स्वच्छ ऊर्जा (हरित ऊर्जा) एक और अहम क्षेत्र हैं जहां विकास की काफी संभावनाएं हैं।
भारत का अफ्रीका में रणनीतिक महत्व:
- अफ्रीका महादेश में चीन के वर्चस्व का मुकाबला करने के लिए भारत को तंजानिया के तौर पर एक प्रमुख साझेदार मिल गया है।
- भारत की आधिकारिक यात्रा पर आई तंजानिया की राष्ट्रपति सुलुहू हसन और पीएम नरेन्द्र मोदी के बीच 9 अक्टूबर 2023 को हुई द्विपक्षीय वार्ता में जो निर्णय लिए गए हैं उनके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।