हरियाणा सरकार ने अभिनेत्री मीता वशिष्ठ को हरियाणा फिल्म और मनोरंजन नीति (एचएफईपी) के कार्यान्वयन की देखरेख के लिए स्थापित गवर्निंग काउंसिल का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
इससे पहले यह पद निर्माता और निर्देशक सतीश कौशिक के पास था जिनका मार्च में निधन हो गया था।
वह गवर्निंग काउंसिल के पहले अध्यक्ष थे।
अभिनेत्री मीता वशिष्ठ
- एक्ट्रेस मीता वशिष्ठ हरियाणा के पानीपत से ताल्लुक रखती हैं।
- उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी), व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल (डब्ल्यूडब्ल्यूआई) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में भी काम किया है और विभागाध्यक्ष - भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में पद संभाला है। ।
- वशिष्ठ ने "द्रोहकाल" (1994), "दिल से.." (1998), "गुलाम" (1998) और "ताल" (1999) जैसी पुरस्कार विजेता फिल्मों के साथ-साथ लोकप्रिय टेलीविजन शो "स्वाभिमान" ( 1994), "हिप हिप हुर्रे" (1998) और "कहानी घर घर की" (2005) इत्यादि में अभिनय किया है।
गवर्निंग काउंसिल के प्राथमिक कार्य
गवर्निंग काउंसिल के प्राथमिक कार्यों में हरियाणा फिल्म और मनोरंजन नीति के अनुसार परियोजनाओं को मंजूरी देना और धन जारी करना शामिल होगा।
- परिषद एक सलाहकार निकाय के रूप में भी काम करेगी, जो नीति के प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन में कार्यकारी समिति को मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
- हरियाणा फिल्म एवं मनोरंजन नीति 2018 में आई और 2021 में संशोधित हुई।
- इसमें हरियाणा फिल्म प्रमोशन बोर्ड के गठन का प्रावधान है जिसमें चार समितियां शामिल होंगी, अर्थात् (i) गवर्निंग काउंसिल, (ii) कार्यकारी समिति, (iii) स्क्रीनिंग-सह-मूल्यांकन समिति और (iv) वित्त समिति जिसमें फिल्म उद्योग के पेशेवर और विशेषज्ञ शामिल होंगे।
- सरकारी अधिकारियों/पेशेवरों/विशेषज्ञों वाली गवर्निंग काउंसिल हरियाणा फिल्म और मनोरंजन नीति के तहत परियोजनाओं को मंजूरी देने और धन जारी करने के लिए एक उपयुक्त प्राधिकारी होगी।
- गवर्निंग काउंसिल हरियाणा फिल्म और मनोरंजन नीति के प्रावधानों के कार्यान्वयन पर कार्यकारी समिति का मार्गदर्शन करने के लिए एक सलाहकार निकाय के रूप में भी कार्य करेगी।