उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्चस्तरीय अंतर्विभागीय बैठक में राज्य में संचारी रोगों की स्थिति की समीक्षा की।
संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु प्रत्येक वर्ष अप्रैल, जुलाई एवं अक्टूबर माह में अन्तर्विभागीय समन्वय से विशेष अभियान संचालित किया जाता है।
अभियान का नया चरण इस साल अक्टूबर में शुरू होगा। इसमें सरकारी प्रयासों के साथ-साथ जनभागीदारी भी महत्वपूर्ण है।
संचारी रोग अभियान के लिए उपयोगी इंसेफेलाइटिस नियंत्रण एवं कोविड प्रबंधन के दो सफल मॉडल है। आज हर जिले में डेंगू जांच की सुविधा है।
संचारी रोग, जिन्हें संक्रामक रोग भी कहा जाता है, सूक्ष्मजीवों के कारण होते हैं जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं।
संचारी रोगों के कुछ सामान्य उदाहरणों में शामिल हैं
गैर-संचारी रोग, जिन्हें पुरानी बीमारियों या गैर-संक्रामक रोगों के रूप में भी जाना जाता है, संक्रामक एजेंटों के कारण नहीं होते हैं, बल्कि विभिन्न गैर-संक्रामक कारकों जैसे जीवनशैली विकल्प, आनुवंशिकता और पर्यावरणीय कारकों का परिणाम होते हैं।
गैर-संक्रामक रोगों के कुछ सामान्य उदाहरणों में शामिल हैं