मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 22 अगस्त को भोपाल में युवाओं को अनुबंध पत्र वितरित कर मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का शुभारंभ किया।
इस योजना ने कौशल विकास के साथ-साथ 'सीखो और कमाओ' की तर्ज पर नौकरी पर प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की है।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बारे में
- प्रदेश में युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज पर "ऑन जॉब ट्रेनिंग" की सुविधा के लिये शुरू की गई 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ' योजना में 18 से 29 वर्ष आयु के मध्यप्रदेश के मूल निवासी युवाओं को, जिन्होंने 12वीं/आईटीआई या उससे उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त की हो, को उद्योग उन्मुख प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को 8 से 10 हजार रूपये का स्टायपेंड भी दिया जाएगा
- 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ' योजना के प्रथम चरण में एक लाख युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश का युवाबल, उद्योगजगत और सरकार की त्रिवेणी आ रही एक साथ।
- युवा बल के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार।
- उद्योगों को मिलने लगेंगे कुशल कामगार।
- प्रदेश को मिलेगी प्रगति की तेज रफ्तार।
- प्रशिक्षण के साथ ही प्रतिमाह स्टाइपेण्ड भी मिलेगा ताकि वे प्रशिक्षण के दौरान अपने खर्च उठा सकें -
- 12वीं उत्तीर्ण को रु . 8000,
- आईटीआई उत्तीर्ण को रु . 8500,
- डिप्लोमा उत्तीर्ण को रु . 9000
- स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शैक्षणिक योग्यता को रु . 10000
- अभ्यर्थियों को मिलने वाले लाभ
- उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण।
- नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण।
- व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड।
- मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSC DEGB) द्वारा स्टेट कौंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (SCVT) का प्रमाणन।
- एक छात्र-अभ्यर्थी पर प्रतिमाह अधिकतम रु. 9,000/- तक की बचत होगी।
- इस योजना के माध्यम से उद्योगों को अपनी जरूरत के अनुसार युवाओं का कौशल संवर्धन करने का अवसर मिलेगा।
- प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण प्रदाता प्रतिष्ठान छात्रों की परख करके, तथा प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को अपने संस्थान में नौकरी दे सकेंगे।
- इस प्रकार उद्योगों को कुशल और अनुभवी कर्मचारियों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
- उद्योगों को कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की लागत कम होगी, क्योंकि छात्रों को पहले से ही कुछ कौशल और अनुभव प्राप्त होगा।