केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) लिमिटेड ने आरईसी के 54ईसी पूंजीगत लाभ कर छूट बांड में मौजूदा और भावी निवेशकों के लिए एक 'सुगम आरईसी' नाम का मोबाइल एप्लिकेशन आरंभ किया है।
- 'सुगम आरईसी' नाम का यह मोबाइल ऐप निवेशकों को आरईसी 54ईसी बांड में उनके निवेश का पूरा विवरण प्रदान करेगा।
सुगम आरईसी ऐप के द्वारा कई सुविधाएँ प्राप्त कर सकेंगे:
- इस ऐप के द्वारा निवेशक अपने नए निवेश के लिए आवेदन कर सकेंगे, ई-बॉन्ड प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकेंगे, केवाईसी अपडेट करने से संबंधित महत्वपूर्ण फॉर्म डाउनलोड कर सकेंगे और कॉल/ईमेल/व्हाट्सएप के माध्यम से आरईसी के निवेशक सेल से भी जुड़ सकेंगे।
- मोबाइल एप्लिकेशन को एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।
- ’सुगम आरईसी' आरईसी की कई डिजिटल पहलों में से एक है।
क्या हैं धारा 54ईसी बांड?
- धारा 54ईसी बांड एक प्रकार के निश्चित आय वाले वित्तीय उपकरण है जो आयकर अधिनियम की धारा 54ईसी के माध्यम से निवेशकों को पूंजीगत लाभ के तहत कर छूट प्रदान करता है।
आरईसी लिमिटेड:
- स्थापना: 1969
- 08 सितंबर 2023 को आरईसी लिमिटेड की 54वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) आयोजित की गई।
- सितंबर 2022 में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) को 'महारत्न' केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम का दर्जा दिया गया है।
- आरईसी लिमिटेड एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है, जो पूरे देश में ऊर्जा क्षेत्र के वित्तपोषण और विकास पर केंद्रित है।
- यह राज्य बिजली बोर्डों, राज्य सरकारों, केंद्र/राज्य बिजली उपयोगिताओं, स्वतंत्र विद्युत उत्पादकों, ग्रामीण विद्युत सहकारी समितियों और निजी क्षेत्र की उपयोगिताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- इसकी व्यावसायिक गतिविधियों में संपूर्ण ऊर्जा क्षेत्र मूल्य श्रृंखला में परियोजनाओं के साथ-साथ उत्पादन, पारेषण, वितरण तथा नवीकरणीय ऊर्जा में भी विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं के लिए वित्त पोषण शामिल है।
- इस सन्दर्भ में ऐसा माना जाता है कि आरईसी के वित्त पोषण से भारत में हर चौथा बल्ब रोशन होता है।
- हाल ही में आरईसी ने बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के वित्त पोषण में भी कार्य आरंभ किया है।
- अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक: विवेक कुमार देवांगन।