संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (अंकटाड) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2022 की तुलना में 2023 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) में 43 प्रतिशत की गिरावट आई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुनिया में 2022 की तुलना में 2023 में कुल एफ़डीआई में 2% प्रतिशत की गिरावट आई है।
दुनिया के शीर्ष 20 एफडीआई प्राप्तकर्ता देशों में भारत, चीन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका में एफडीआई प्रवाह में गिरावट आई है।
अंकटाड की वार्षिक विश्व निवेश रिपोर्ट क्षेत्रीय और देश स्तर पर दुनिया भर में एफडीआई के रुझान और विकास में इसके योगदान को बेहतर बनाने के लिए उभरते उपायों पर प्रकाश डालती है।
भारत में एफडीआई की अवधारणा और इसके नियमों के लिए यहां पढ़ें।
अंकटाड की विश्व निवेश रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में शीर्ष दस एफडीआई प्राप्तकर्ता देश निम्नलिखित हैं।
विश्व में रैंक (2023) |
देशों के नाम |
प्राप्त एफडीआई (अरब, अमेरिकी डॉलर में) |
1 |
संयुक्त राज्य अमेरिका |
311 |
2 |
चीन |
163 |
3 |
सिंगापुर |
160 |
4 |
हाँग काँग (चीन) |
113 |
5 |
ब्राज़ील |
66 |
6 |
कनाडा |
50 |
7 |
फ़्रांस |
42 |
8 |
जर्मनी |
37 |
9 |
मेक्सिको |
36 |
10 |
स्पेन |
36 |
15 |
भारत |
28 |
अंकटाड संयुक्त राष्ट्र का एक स्थायी संगठन है।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (अंकटाड) की स्थापना 1964 में व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के रूप में की गई थी।
2004 में इसकी 60वीं वर्षगांठ पर इसका नाम बदलकर संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (अंकटाड) कर दिया गया।
अंकटाड का मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों के व्यापार, निवेश और विकास को बढ़ावा देना है।
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
अंकटाड विभिन्न रिपोर्टें भी जारी करता है। इनमें से महत्वपूर्ण हैं:
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
यूएनसीटीएडी (अंकटाड)/UNCTAD : यूनाइटेड नेशन्स ट्रेड एंड डेव्लपमेंट (United Nations Trade and Development)
एफ़डीआई /FDI: फ़ॉरेन डाइरैक्ट इनवेस्टमेंट (Foreign Direct Investment)