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अमेरिका ने पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषी टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी समूह घोषित किया
Utkarsh Classes
Updated: 19 Jul 2025
3 Min Read
संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पहलगाम हमले के अपराधी, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन और एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है।
इसकी घोषणा संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने वाशिंगटन, डी.सी. में 17 जुलाई (भारत में 18 जुलाई) 2025 को की।
टीआरएफ ने शुरुआत में 22 अप्रैल 2025 को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक मारे गए थे। बाद में आतंकवादी घटना की वैश्विक निंदा के बाद टीआरएफ ने अपनी भूमिका से इनकार किया था।
इस आतंकवादी हमले के कारण भारतीय सशस्त्र बलों ने 6/7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
अमेरिकी सरकार के इस कदम के कानूनी और राजनीतिक, दोनों तरह के निहितार्थ हैं।
कानूनी निहितार्थ
राजनीतिक प्रभाव
भारत पर असर
द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ़) पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक छद्म संगठन है, जो 26 नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले में शामिल था।
टीआरएफ़ का गठन 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने और अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के बाद हुआ था।
पाकिस्तानी सेना की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) टीआरएफ़ को कश्मीर-आधारित और कश्मीरी-संचालित समूह के रूप में पेश करती है, लेकिन वास्तव में, इसका मुख्यालय पाकिस्तान के मुरीदके में है।
टीआरएफ़ की स्थापना मुहम्मद अब्बास शेख और बासित अहमद डार ने की थी। वे दोनों मारे जा चुके हैं, लेकिन इसके सुप्रीम कमांडर शेख सज्जाद गुल पाकिस्तान में सक्रिय हैं।
यह समूह कश्मीर में नागरिकों, खासकर गैर-मुस्लिमों और सुरक्षा बलों पर हमलों में शामिल है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यह अक्सर कश्मीर में आतंकवादी हमलों के लिए हाशिम मूसा जैसे पाकिस्तानी सेना के पूर्व एसएसजी कमांडो का इस्तेमाल करता है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 5 जनवरी, 2023 को गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित कर प्रतिबंधित कर दिया है।
यह भी पढ़ें: वैश्विक आतंकवाद वित्तपोषण निरोधक निकाय एफ़एटीएफ़ ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की
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