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फ्लिपकार्ट आरबीआई से एनबीएफसी लाइसेंस पाने वाला पहला ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
Utkarsh Classes
Updated: 10 Jun 2025
3 Min Read
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफ़सी) लाइसेंस प्राप्त करने वाली भारत की पहली ई-कॉमर्स कंपनी बन गई है। आरबीआई ने फ्लिपकार्ट को गैर-जमा-लेने वाली एनबीएफ़सी का लाइसेंस प्रदान किया है। इसका मतलब है कि यह जनता से जमा स्वीकार नहीं कर सकती। हालाँकि, फ्लिपकार्ट अब सीधे ग्राहकों को उधार दे सकता है।
आरबीआई ने फ्लिपकार्ट की सहायक कंपनी फ्लिपकार्ट फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड को यह लाइसेंस दिया है। फ्लिपकार्ट की प्रतिद्वंद्वी कंपनी अमेज़न ने बेंगलुरु स्थित एनबीएफ़सी एक्सियन का अधिग्रहण किया है , लेकिन अभी तक आरबीआई ने इस अधिग्रहण को मंजूरी नहीं दी है।
फ्लिपकार्ट ने 2022 में एनबीएफसी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था और कंपनी के अनुसार, आरबीआई ने 13 मार्च 2025 को उसे लाइसेंस प्रदान किया।
फ्लिपकार्ट ने अपने ग्राहकों को ‘अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें’ योजना के तहत ऋण प्रदान करने और अपने प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं को छोटे व्यक्तिगत या व्यावसायिक ऋण प्रदान करने के लिए एक्सिस बैंक, आईडीएफसी बैंक और क्रेडिट सेसन के साथ भागीदारी की थी।
अब, फ्लिपकार्ट सीधे उन ग्राहकों या व्यवसायों को पैसे उधार दे सकता है जो ई-मार्केटप्लेस में अपने उत्पाद खरीदते और बेचते हैं।
फ्लिपकार्ट अपने ऐप या अपने फिनटेक सुपर. मनी के माध्यम से ऋण देगा।
इस कदम से फ्लिपकार्ट को भारत में अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली से स्नातक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2005 में ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में फ्लिपकार्ट की शुरुआत की थी।
बाद में, फ्लिपकार्ट ने अपने ई-मार्केटप्लेस पर सभी प्रकार के उपभोक्ता उत्पादों को बेचने के लिए अपने व्यवसाय का विस्तार किया।
यह फैशन ई-टेलर, मिंत्रा और यूपीआई -आधारित भुगतान स्टार्टअप फोनपे का मालिक है।
अमेरिकी खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट ने 2018 में 16 बिलियन डॉलर में फ्लिपकार्ट में 77% हिस्सेदारी हासिल खरीद ली थी।
यह उस समय भारत का सबसे बड़ा एकल सीमा पार विलय और अधिग्रहण और देश का सबसे बड़ा एकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) था।
2011 में फ्लिपकार्ट ने अपना मुख्यालय बेंगलुरु से सिंगापुर स्थानांतरित कर दिया।
फ्लिपकार्ट, निकट भविष्य में देश में अपना आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रहा है,इस कारण वह अपना मुख्यालय भारत में स्थानांतरित करने जा रहा है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)- कल्याण कृष्णमूर्ति
मुख्यालय- सिंगापुर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अधिनियम 1934 में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफ़सी) का उल्लेख है।
एनबीएफ़सी एक प्रकार की वित्तीय संस्था है जो जनता को ऋण प्रदान करती है, उनसे जमा स्वीकार करती है, और स्टॉक ब्रोकिंग, किराया, पट्टे और खरीद आदि जैसी अन्य वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है।
आरबीआई अधिनियम 1934 के अनुसार आरबीआई कुछ प्रकार के एनबीएफ़सी का विनियामक है।
आरबीआई ने एनबीएफ़सी को जमा लेने वाली और जमा न लेने वाली में विभाजित किया है।
जमा लेने वाली एनबीएफ़सी वे हैं जो जनता से जमा स्वीकार कर सकती हैं। 1997 से, आरबीआई ने जमा लेने वाली NBFC को लाइसेंस देना बंद कर दिया है।
जमा न लेने वाली एनबीएफ़सी जनता से जमा स्वीकार नहीं कर सकती। फ्लिपकार्ट फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड एक जमा न लेने वाली एनबीएफ़सी है।
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