प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अक्टूबर 2023 को वीडियो संदेश के माध्यम से भारत के नागपट्टिनम और श्रीलंका के कांकेसनथुरई के बीच नौका सेवाओं का शुभारंभ किया। यह दोनों देशों के मध्य राजनयिक और आर्थिक संबंधों की दिशा में एक नए अध्याय का शुभारंभ है।
नौका सेवाओं के आरंभ होने से लाभ:
- भारत और श्रीलंका के बीच संस्कृति, वाणिज्य और सभ्यता के साझा विरासत को और मजबूत करेगा।
- नागपट्टिनम और इससे जुड़े हुए आसपास के शहर श्रीलंका सहित कई देशों के साथ समुद्री व्यापार के लिए जाने जाते रहे हैं।
- प्राचीन तमिल साहित्य में भी पूंपुहार के ऐतिहासिक बंदरगाह को प्रमुख केन्द्र बताया गया है।
- तमिलनाडु में एक विलुप्त चोलकालिक बंदरगाह शहर पूंपुहार का डिजिटल रूप से पुनर्निर्माण के लिए ‘प्रोजेक्ट डिजिटल पूंपुहार’ पर कार्य प्रगति पर है।
- प्रधानमंत्री ने पट्टिनप्पलाई और मणिमेकलाई जैसे संगम युग के साहित्य के बारे में भी अपने विचार रखे, जिसमें दोनों देशों के बीच नौका सेवा और समुद्री जहाजों के परिचालन का वर्णन है।
- प्रधानमंत्री ने महान कवि सुब्रमण्यम भारती के गीत 'सिंधु नधियिन मिसाई' को भी याद किया, जिसमें भारत और श्रीलंका को आपस में जोड़ने वाले एक पुल का वर्णन है।
- दोनों देशों के बीच नौका सेवा पूर्व के सभी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को एक नया जीवन देगी।
- कनेक्टिविटी व्यापार, पर्यटन और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाती है, साथ ही दोनों देशों के युवाओं के लिए नए सुअवसरों का सृजन करती है।
इसकी आवश्यकता क्यों?
- प्रगति और विकास के लिए साझेदारी भारत-श्रीलंका के द्विपक्षीय संबंधों के सबसे मजबूत आधार स्तंभों में से एक है।
- श्रीलंका में भारत की सहायता से कार्यान्वित परियोजनाओं ने वहाँ लोगों के जीवन को नया रूप दिया है।
- श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में आवास, जल, स्वास्थ्य और आजीविका सहायता से संबंधित कई परियोजनाएं पूरी हो गई हैं साथ ही कांकेसनथुरई बंदरगाह के प्रगतिकरण के लिए समर्थन देने में प्रसन्नता व्यक्त की।
भारत और श्रीलंका के बीच पारस्परिक जुड़ाव हेतु किए गए कार्य:
- प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2015 में अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान दिल्ली और कोलंबो के बीच सीधी उड़ान शुरू की गई थी।
- श्रीलंका से तीर्थ नगरी कुशीनगर में पहली अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के आने का उत्सव भी मनाया गया था।
- चेन्नई और जाफना के बीच सीधी उड़ान वर्ष 2019 में आरंभ की गई थी।
- रामेश्वरम और तलाईमन्नार के बीच नौका सेवा को पुनः आरंभ किया गया।
फिन-टेक और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग:
- भारत और श्रीलंका फिन-टेक और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला में सहयोग देते हैं।
- यूपीआई के कारण डिजिटल भुगतान भारत में एक जन आंदोलन के साथ-साथ लेनदेन का सबसे आसान और सहज तरीका बन गया है।
- दोनों देशों की सरकार यूपीआई और लंका-पे को एक साथ जोड़कर फिन-टेक क्षेत्र कनेक्टिविटी पर कार्य कर रही हैं।
ऊर्जा ग्रिड को जोड़ना:
- प्रधानमंत्री ने ऊर्जा सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच ऊर्जा ग्रिड को जोड़ने के बारे में भी बताया, क्योंकि ऊर्जा सुरक्षा भारत और श्रीलंका दोनों की विकास यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है।
हाल के दिनों में भारत की सहायता से श्रीलंका में आरंभ होने वाली परियोजनाएं:
- उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाली रेलवे लाइनों की बहाली;
- प्रतिष्ठित जाफना सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण;
- पूरे श्रीलंका में आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा शुरू करना;
- डिक ओया में मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल
- भारत सरकार श्रीलंका में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के विजन के साथ कार्यरत है।
भारत के बढ़ते वैश्विक भागीदारी से पड़ोसी देशों को भी लाभ:
- प्रधानमंत्री ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के शुभारंभ का भी उल्लेख किया और बताया कि यह एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी कॉरिडोर है जो पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आर्थिक प्रभाव का सृजन करेगा।
- भारत की सहायता से श्रीलंका के लोग भी इस परियोजना से लाभान्वित होंगे, क्योंकि दोनों देशों के बीच बहुआयामी संपर्क मजबूत हुआ है।
- भारत अपने लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में श्रीलंका के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्रीलंका:
- राजधानी: श्री जयवर्धनेपुरा (अधिकारिक राजधानी) जबकि कोलंबो श्रीलंका की वाणिज्यिक राजधानी है।
- मुद्रा: श्रीलंकन रुपया
- प्रधानमंत्री: दिनेश गुणवर्धने
- राष्टपति: रानिल विक्रमसिंघे