वैश्विक डेटा, अनुसंधान और विश्लेषणात्मक फर्म एसएंडपी ग्लोबल ने "लुक फॉरवर्ड: इंडियाज मोमेंट" नामक एक शोध रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2023-24 से 2030-31 तक प्रति वर्ष 6.7% की दर से बढ़ेगी।
3 अगस्त 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में उम्मीद की गई है कि भारतीय अर्थव्यवस्था निकट भविष्य में अपनी आर्थिक वृद्धि दर बनाए रखेगीऔर भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ,जो 2022-23 में 3.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी , बढ़कर 2030-31 तक 6.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो जाएगी।
रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि 2030-31 तक भारतीय प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद बढ़कर लगभग 4,500 डॉलर हो जाएगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर आशावादी दृष्टिकोण
- हाल के दिनों में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर काफी आशावादी हो गई हैं।
- 3 अगस्त को जारी एक रिपोर्ट में वैश्विक निवेश बैंकर मॉर्गन स्टैनली ने भारत के बारे में अपने दृष्टिकोण को अपग्रेड करके ओवरवेट कर दिया है और चीन को डाउनग्रेड करके समान वेटेज कर दिया है। मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि भारत ऐसे समय में पर्याप्त और निरंतर आर्थिक विकास के लिए तैयार है जब बाकी दुनिया धीमी हो रही है।
- 25 जुलाई 2023 को, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने 2023-24 के लिए भारत के लिए अपना सकल घरेलू उत्पाद विकास अनुमान 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया था ।एक आधार अंक प्रतिशत अंक का सौवां हिस्सा है।
- 19 जुलाई 2023 को जारी एक रिपोर्ट में, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और उसकी जीडीपी 6 ट्रिलियन डॉलर होगी।
- भारतीय स्टेट बैंक ने 27 जुलाई 2023 को प्रकाशित अपनी शोध रिपोर्ट इकोरैप(Ecowrap) में भारत के 2027-28 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भविष्यवाणी की है।
- राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ),भारत सरकार के अनुसार 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2% थी ।
- भारतीय रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.5% होगी ।