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पहली जी-7 रक्षा मंत्रियों की बैठक, नेपल्स इटली में आयोजित

Utkarsh Classes Last Updated 21-10-2024
First G-7 Defence Ministers meeting hosted by Italy in Naples Summit and Conference 6 min read

साथ देशों का समूह  (जी-7) के इतिहास में पहली बार, जी -7 देशों के रक्षा मंत्री की बैठक 19 अक्टूबर 2024 को नेपल्स, इटली में आयोजित किया गया । इतालवी रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने बैठक की मेजबानी की। इटली के पास 2024 के लिए जी-7 की आवर्ती अध्यक्षता है।

जी-7  रक्षा मंत्रियों की बैठक इजरायल की उस घोषणा की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई थी जिसमें कहा गया था कि उसने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को मार डाला है। इजरायलियों ने यायहा सिनवार को 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हुए हमास के हमले का मास्टरमाइंड बताया है, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और लगभग 240 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था। इसके बाद से इजराइल ने हमास के गाजा स्थित अड्डे पर हमला कर दिया है.

पहली जी -7 रक्षा मंत्री बैठक में भाग लेने वाले प्रतिभागी  

जी-7 रक्षा मंत्रियों की बैठक में संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा सचिव, लॉयड ऑस्टिन,यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी और जापान के रक्षा मंत्रियों ने भाग लिया। इसकी मेजबानी इटली के रक्षा मंत्री ने की थी।

बैठक में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), यूरोपीय संघ और यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

जी-7 उन्नत औद्योगिकीकृत पश्चिमी देशों का एक समूह है जिसमे : इटली, जर्मनी, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, जापान, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका सदस्य देश हैं।

जी7 ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया

बैठक के बाद जारी एक संयुक्त घोषणा में, जी-7 रक्षा मंत्रियों ने गाजा में तत्काल युद्धविराम और हमास द्वारा अभी भी बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों को रिहा करने का आह्वान किया।

इसने पश्चिमी सैन्य गठबंधन, नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) में यूक्रेन की सदस्यता का समर्थन किया। हालाँकि, उन्होंने नाटो में यूक्रेन की सदस्यता के लिए समय सारिणी का उल्लेख नहीं किया क्योंकि इससे रूस के भड़कने की संभावना है, जो दो साल से अधिक समय से यूक्रेन के साथ युद्धरत है।

बैठक के दौरान, यूरोपीय संघ के मुख्य राजनयिक (विदेश मंत्री),जोसेप बोरेल ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान, जिसे यूएनआईएफ़आईएल (लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल) के रूप में जाना जाता है, को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।

यूएनआईएफ़आईएल बल पर हमला 

अक्टूबर 2023 से, ईरान समर्थित आतंकवादी इस्लामी समूह हिजबुल्लाह ने  फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के समर्थन में,इज़राइल पर लगातार रॉकेट और ड्रोन से हमला कर रहा है। हिजबुल्लाह, जिसका अर्थ है ''ईश्वर की पार्टी(Party of God), लेबनान में ईरान  समर्थित,एक राजनीतिक और सैन्य शक्ति है।

इसे गृह-युद्ध से ग्रस्त लेबनान में एक राज्य के भीतर एक राज्य माना जाता है। हिजबुल्लाह एक इजरायल विरोधी और पश्चिमी देशों का विरोधी हिंसक समूह है,जिसका लक्ष्य इज़राइल का सम्पूर्ण विनाश है। 1980 के दशक में इसकी स्थापना के बाद से ही इजरायल के साथ इसकी शत्रुता है।

इजराइल पर हिजबुल्लाह के लगातार हो रहे रॉकेट और ड्रोन हमलों को रोकने के लिए इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर उसके नेता हसन नसरल्लाह को हाल ही में मार डाला है. 

इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने भी इज़राइल पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने के लिए दक्षिण लेबनान में जमीनी हमला भी शुरू कर दिया है। लेबनान में इज़राइल के इन हमलों में से एक के दौरान पांच यूनिफ़िल शांति सैनिक घायल हो गए थे। 

 

यूएनआईएफ़आईएल  की स्थापना 1978 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा दक्षिण लेबनान से इजरायली सैनिकों की वापसी की निगरानी करने और लेबनान में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए की गई थी। 

यूएनआईएफ़आईएल  के बल में 50 देशों के 10,058 संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक शामिल हैं जो 120 किमी ब्लू लाइन पर तैनात हैं। 

ब्लू लाइन इज़राइल और लेबनान के बीच सीमा का निर्धारण करती है। लगभग 903 भारतीय सैनिक, मुख्य रूप से असम रेजिमेंट के ,यूएनआईएफ़आईएल  शांति सेना का हिस्सा हैं।

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फुल फॉर्म

  • यूएनआईएफ़आईएल /UNIFIL : यूनाइटेड नेशन्स इंटेरिम फोर्स इन लेबनान (United Nations Interim Force in Lebanon)

FAQ

उत्तर: नेपल्स, इटली, 19 अक्टूबर 2024 को, इतालवी रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो द्वारा आयोजित।

उत्तर: इटली, जर्मनी, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, जापान, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका।

उत्तर: यूएनआईएफ़आईएल ( संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल),जो 1978 से इज़राइल, लेबनान सीमा पर तैनात है। इस सीमा रेखा को ब्लू लाइन भी कहा जाता है।

उत्तर: यह लेबनान का एक राजनीतिक और उग्रवादी इस्लामी समूह है, जो इज़राइल और पश्चिमी देशों का विरोधी है। यह ईरान द्वारा समर्थित है, और अरबी में, हिज़्बुल्लाह का अर्थ है 'ईश्वर की पार्टी' है ।

उत्तर: लेबनान स्थित इस्लामिक समूह हिजबुल्लाह का प्रमुख, जो इजरायली हमले में मारा गया था।

उत्तर: उग्रवादी फ़िलिस्तीनी समूह हमास के प्रमुख को हाल ही में इज़रायली सेना ने मार डाला।
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