ग्रुप ऑफ सेवन (जी 7) के विदेश मंत्रियों की बैठक 17 से 19 अप्रैल 2024 तक इटली के शहर कैपरी में आयोजित की गई थी। दुनिया की उन्नत औद्योगिक अर्थव्यवस्था की बैठक ईरान के इज़राइल पर हमले और गाजा और यूक्रेन में जारी युद्ध की पृष्ठभूमि में आयोजित की गई थी।
विदेश मंत्रियों की बैठक में इटली, जर्मनी, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, जापान, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
इटली जी 7 देशों का वर्तमान अध्यक्ष है, और इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताज़ानी ने जी 7 विदेश मंत्रियो के बैठक की मेजबानी की।
बैठक के बाद जी 7 देश के विदेश मंत्रियों ने वैश्विक मामलों पर तीन विज्ञप्तियाँ जारी कीं।
पश्चिम एशिया (मध्य पूर्व) में स्थिति:
जी 7 के विदेश मंत्रियो ने 13 अप्रैल को ईरान द्वारा इज़राइल के खिलाफ मिसाइल और ड्रोन हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि वे ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगाएंगे और अन्य कठोर उपाय करेंगे। जी 7 के विदेश मंत्रियो ने ईरान और इज़राइल से संघर्ष को और बढ़ने से रोकने का भी आग्रह किया।
दमिश्क में इजराइल का हमला
1 अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हमले का बदला लेने के लिए ईरान ने 13 अप्रैल को इजरायल के खिलाफ सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए। दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हमले में 13 लोग मारे गए, जिनमें ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के सात शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे।
मारे गए लोगों में ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रज़ा ज़ाहेदी भी शामिल थे, जो कुद्स फोर्स के वरिष्ठ कमांडर थे। कुद्स फोर्स ईरान के ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड की विदेशी शाखा है। ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा जाहिद , लेबनान के आतंकवादी शिया गुट हिजबुल्लाह को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने के ईरानी ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
इज़राइल पर ईरानी हमला लक्ष्य को भेदने में विफल रहा और 99 प्रतिशत हमले को इज़राइली वायु रक्षा प्रणाली आयरन डोम और मित्र देशों द्वारा बेअसर कर दिया गया था । इज़राइल के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और जॉर्डन ने भी ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया था ।
जवाबी कार्रवाई में, इज़राइल ने 19 अप्रैल को इस्फ़हान प्रांत में कई ठिकानों पर हमला किया। इस्फ़हान प्रांत में महत्वपूर्ण ईरानी सैन्य अड्डे हैं जिसमें एक बड़ा एयरबेस, एक प्रमुख मिसाइल उत्पादन परिसर और कई ईरान की परमाणु सुविधाएं भी शामिल हैं। ईरान पर परमाणु बम बनाने के प्रयास का भी आरोप है और इस्फ़हान प्रांत में स्तिथ उसके परमाणु ठिकाने उसके बम बनाने का एक महत्वपूर्ण ठिकाना माना जाता है
यूक्रेन को समर्थन
जी7 के विदेश मंत्रियों ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन दोहराया। 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था और युद्ध अभी भी जारी है।
वैश्विक मुद्दा:
जी7 के विदेश मंत्रियों ने कानून के शासन, मानवीय सिद्धांतों, अंतर्राष्ट्रीय कानून और मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। उन्होंने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया।
ग्रुप ऑफ सेवन या जी7 दुनिया की सात विकसित पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ का एक अनौपचारिक समूह है।
प्रारंभ में, समूह की स्थापना प्रमुख पश्चिमी आर्थिक शक्तियों द्वारा 1973 के तेल संकट से निपटने तथा आर्थिक और वित्तीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।
प्रारंभ में यह उन्नत पश्चिमी देशों के वित्त मंत्रियों का एक तदर्थ समूह था। बाद में समूह को औपचारिक रूप दिया गया और राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रमुखों का पहला शिखर सम्मेलन 1975 में फ्रांस के रैमबोइलेट में आयोजित किया गया।
सदस्य: प्रारंभ में, समूह में छह सदस्य शामिल थे- फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान और इटली।
1976 में कनाडा को सातवें सदस्य के रूप में शामिल किया गया।
1997 में रूस को इस समूह का सदस्य बनाया गया और इसे जी 8 कहा गया। यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के बाद रूस को 2014 में समूह से बाहर निकाल दिया गया। रूस के निष्कासन के बाद इस समूह का नाम फिर से जी 7 रख दिया गया।
यूरोपीय आर्थिक समुदाय, जो अब यूरोपीय संघ है, ने 1977 से जी 7 बैठकों में भाग लिया है।
जी 7 की घूर्णनशील अध्यक्षता
हर साल, जी 7 का एक सदस्य वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करता है। मेजबान देश, जिसे जी 7 प्रेसीडेंसी के रूप में भी जाना जाता है, निम्नलिखित क्रम में सदस्य देशों के बीच प्रतिवर्ष घूमता है: फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान, इटली और कनाडा। हालाँकि, यूरोपीय संघ के पास जी 7 की घूर्णनशील अध्यक्षता नहीं है।
वर्तमान में, जी 7 की अध्यक्षता इटली के पास है और यह 13 से 15 जून, 2024 तक इतालवी शहर अपुलीया में 50वें जी 7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
मुख्यालय: जी 7 का कोई स्थायी मुख्यालय नहीं है।