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राष्ट्रपति मुर्मू ने 134वें डूरंड कप 2025 का शुभारंभ करते हुए ट्रॉफियों को हरी झंडी दिखाई

Utkarsh Classes Last Updated 05-07-2025
President Murmu Flags Off Trophies to Launch 134th Durand Cup 2025 Sport 6 min read

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने  4 जुलाई 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में डूरंड कप के विजेता को प्रदान की जाने वाली तीन डूरंड कप ट्रॉफियों - डूरंड कप, शिमला ट्रॉफी और प्रेसिडेंट्स कप - का अनावरण किया और उन्हें झंडी दिखाई। 

इसके साथ ही दुनिया की तीसरी सबसे पुरानी और एशिया की सबसे पुरानी क्लब आधारित फुटबॉल प्रतियोगिता - डूरंड कप- की शुरुआत को चिह्नित किया।

इंग्लैंड में आयोजित होने वाला एफए कप दुनिया का सबसे पुरानी क्लब आधारित फुटबॉल प्रतियोगिता है।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी, चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी भी मौजूद थे। डूरंड कप आयोजन समिति के संरक्षक लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी, भारतीय सेना की पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी भी इस अवसर पर मौजूद थे।

गुवाहाटी स्थित नॉर्थईस्ट यूनाइटेड फुटबॉल क्लब गत चैंपियन है, जिसने मोहन बागान सुपर जायंट (एमबीएसजी) को फाइनल में हराकर डूरंड कप का 133वां संस्करण 2024जीता।

134वां डूरंड कप और मेजबान

डूरंड कप का 134वां संस्करण 23 जुलाई से 23 अगस्त 2025 तक छह स्थानों पर पांच राज्यों - पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम, मेघालय और मणिपुर में आयोजित किया जाएगा।

यह पहली बार है कि डूरंड कप भारत के पांच राज्यों में आयोजित किया जा रहा है।

राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने के बाद तीनों ट्रॉफियां अब मेजबान राज्यों के विभिन्न शहरों का दौरा करेंगी।

टीमें

  • डूरंड कप में भारत और विदेश के 24 फुटबॉल क्लब भाग लेंगे। घरेलू टीमें इंडियन सुपर लीग (आईएसएल), आई-लीग और भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों से ली गई हैं।
  • पहली बार इंडोनेशियाई सेना की टीम इस टूर्नामेंट में भाग लेगी।
  • 24 टीमों को छह समूहों में विभाजित किया गया है।

डूरंड कप के आयोजक

स्वतंत्रता से पहले डूरंड कप का आयोजन ब्रिटिश सेना द्वारा किया जाता था और पहला डूरंड कप 1888 में शिमला में आयोजित किया गया था।

स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना को डूरंड कप के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी।

2013 तक यह प्रतियोगिता दिल्ली में आयोजित जाता था और 2014-2018 तक यह गोवा में आयोजित किया गया था।

2019 से, डूरंड कप कोलकाताऔर अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में आयोजित किया जा रहा है।

2019 से, डूरंड कप का आयोजन अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफ़एफ़) के तत्वावधान में भारतीय सेना की पूर्वी कमान द्वारा किया जाता है।

डूरंड कप विजेता के लिए तीन ट्रॉफी

डूरंड कप प्रतियोगिता के विजेता को तीन ट्रॉफी दी जाती हैं: डूरंड कप, शिमला ट्रॉफी और प्रेसिडेंट कप।

  • डूरंड कप - यह मूल ट्रॉफी और एक रोलिंग ट्रॉफी है (इसे विजेता द्वारा स्थायी रूप से नहीं रखा जाता है, बल्कि हर साल अगले विजेता को दिया जाता है।)
  • शिमला ट्रॉफी - 1904 में शिमला के लोगों द्वारा उपहार में दिया गया।
  • प्रेसिडेंट कप - 1956 में राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा स्थापित।

डूरंड कप के विजेता

डूरंड कप का नाम ब्रिटिश भारत के विदेश सचिव मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया है।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की सीमा का नाम उनके नाम पर डूरंड लाइन रखा गया है।

डूरंड कप जीतने वाला पहली भारतीय क्लब- 1940 में मोहम्मडन स्पोर्टिंग।

सबसे सफल टीम - मोहन बागान सुपरजायंट, 17 खिताब।

ईस्ट बंगाल ने इसे 16 बार जीता है।

कप जीतने वाली सशस्त्र बलों की आखिरी टीम- आर्मी ग्रीन 2016 में थी।

कप जीतने वाली आखिरी आई-लीग टीम- 2019 में गोकुलम केरला

133वें संस्करण की विजेता टीम - नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी

FAQ

उत्तर: पांच राज्य: पश्चिम बंगाल, झारखंड, मणिपुर, असम और मेघालय में 23 जुलाई से 23 अगस्त 2025 तक।

उत्तर: डूरंड कप, शिमला ट्रॉफी और प्रेसिडेंट कप

उत्तर: डूरंड कप की शुरुआत 1888 में हुई थी। यह एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल प्रतियोगिता है।

उत्तर: इंडोनेशियाई सेना

उत्तर: भारतीय सेना की पूर्वी कमान और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ
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