प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जुलाई 2023 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित दूसरे अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया और प्रधान मंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत की पहली किस्त भी जारी की। यह समागम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर आयोजित हो रहा है।
दूसरा अखिल भारतीय शिक्षा समागम शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है और 29 और 30 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
प्रधान मंत्री ने 12 भारतीय भाषाओं में अनुवादित शिक्षा और कौशल पाठ्यक्रम की पुस्तकों का भी विमोचन किया।
भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020), 29 जुलाई 2020 को भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित की गई। इसने शिक्षा पर पिछली राष्ट्रीय नीति, 1986 का स्थान ले लिया।
नीति का दृष्टिकोण भारतीय लोकाचार में निहित एक ऐसी शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है जो सभी को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके भारत को बदलने में सीधे योगदान दे, जिससे भारत एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बन सके।
कर्नाटक एनईपी 2020 लागू करने वाला पहला राज्य है।
प्रधान मंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) भारत सरकार द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है। यह छात्रों को इस तरह से पोषित करेगा कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की परिकल्पना के अनुसार एक समतापूर्ण, समावेशी और बहुलवादी समाज के निर्माण में संलग्न, उत्पादक और योगदान देने वाले नागरिक बनें।
इस योजना को 2022-23 से 2026-27 तक 5 वर्षों की अवधि में लागू करने का प्रस्ताव है।
पीएम ने 26 जुलाई को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) परिसर का उद्घाटन किया, जिसे भारत मंडपम नाम दिया गया।
'भारत मंडपम' नाम भगवान बसवेश्वर के 'अनुभव मंडपम' की प्रेरणा है।
भगवान बसवेश्वर या बसवन्ना 12वीं सदी के दार्शनिक थे, जो दक्षिण भारत में सामाजिक-धार्मिक सुधार, वचन साहित्य और लिंगायत आंदोलन के लिए जाने जाते थे।