भारत के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने 17 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित पहले अंतर्राष्ट्रीय समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान और वैश्विक अवसरों की प्रगति - आरोहा -2024 का उद्घाटन किया।
केंद्रीय आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रतापराव जाधव, ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंटर, डब्ल्यूएचओ, जामनगर, गुजरात के निदेशक (अंतरिम) डॉ. श्यामा कुरुविला और अन्य विशिष्ट अतिथि, इस अवसर पर उपस्थित थे।
तीन दिवसीय आरोहा-2024, 17-19 अक्टूबर 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
आरोहा-2024 का आयोजन केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली द्वारा किया गया है।
आरोहा-2024 का विषय समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान में उन्नति और वैश्विक अवसर है।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेद विशेषज्ञ, आयुर्वेद उद्योग जगत के नेता और आयुर्वेद विद्वान वर्चुअल माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से आरोहा -2024 में भाग ले रहे हैं। विदेशी देशों में जापान, कोलंबिया, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, श्रीलंका और अर्जेंटीना के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
आरोहा - 2024 का उद्देश्य आयुर्वेद को वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण के प्रमुख स्तंभों में से एक के रूप में लोकप्रिय बनाना और स्थापित करना है। सम्मेलन में इस बात पर चर्चा की जाएगी की पारंपरिक आयुर्वेदिक पद्धतियों को आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति के साथ कैसे एकीकृत किया जाए।
सम्मेलन में आयुर्वेद, नृवंशविज्ञान, गुणवत्ता नियंत्रण, मानकीकरण, निदान, दवा वितरण, साक्ष्य-आधारित समझ और वैश्वीकरण सहित विभिन्न प्रकार के एजेंडे को शामिल किया गया है।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान को केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान के रूप में स्थापित किया गया है। यह भारत का शीर्ष आयुर्वेद संस्थान है।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का मुख्य परिसर नई दिल्ली में है
आयुर्वेद को बढ़ावा देने और दुनिया में अकादमिक और वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने 17 से अधिक देशों में अग्रणी संस्थानों के साथ समझौता किया है।
निदेशक: प्रोफेसर तनुजा मनोज नेसारी