सिंगापुर-भारतीय समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (सिमबेक्स) का 31वां संस्करण 23 अक्टूबर 2024 को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में शुरू हुआ। भारतीय नौसेना की पूर्वी नौसेना कमान,अपनी विशाखापत्तनम में स्थित नौसेना अड्डे पर 2024 सिमबेक्स अभ्यास की मेजबानी कर रही है। यह अभ्यास 23 से 29 अक्टूबर 2024 तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा।
सिमबेक्स के 31वें संस्करण का उद्घाटन समारोह 24 अक्टूबर 2024 को भारतीय नौसेना जहाज (आईएनएस ) शिवालिक पर आयोजित किया गया था।
भारत और सिंगापुर, जिनके बीच घनिष्ठ राजनीतिक और रक्षा संबंध हैं, ने 22 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली में अपनी छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रिस्तरीय वार्ता 2024 आयोजित की। इसमें सिंगापुर के रक्षा मंत्री, डॉ. एनजी इंग हेन ने भाग लिया।
भारतीय वायु सेना और सिंगापुर गणराज्य वायु सेना भी अक्टूबर-नवंबर 2024 तक, पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा वायु सेना स्टेशन में भारत-सिंगापुर संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का अपना 12 वां संस्करण आयोजित कर रहे हैं।
सिंगापुर-भारतीय समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (सिमबेक्स) 1994 में लायन किंग अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था। यह भारतीय नौसेना द्वारा किसी भी विदेशी नौसेना के साथ आयोजित किया जाने वाला सबसे लंबा निरंतर द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास है। रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों द्वारा दिए गए महत्व को रेखांकित करते हुए, नौसेना अभ्यास कोविड-19 महामारी के दौरान भी आयोजित किया गया था।
यह अभ्यास प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है और इसे सिंगापुर नौसेना और भारतीय नौसेना द्वारा बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।
30 वां सिमबेक्स अभ्यास की मेजबानी सिंगापुर नौसेना द्वारा 21-28 सितंबर 2023 तक सिंगापुर में की गई थी।
सिम्बेक्स का 31वां संस्करण दो चरणों में आयोजित किया जाएगा: बंदरगाह चरण और समुद्री चरण।
बंदरगाह चरण,23-25 अक्टूबर 2024 तक विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के अड्डे पर आयोजित किया जाएगा। नौसेना अभ्यास के इस चरण का उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के कर्मियों के बीच घनिष्ठ संबंधों और मैत्री संबंधों को बढ़ावा देना है। इस चरण के दौरान, सांस्कृतिक और विभिन्न खेल गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।
समुद्री चरण 28-29 अक्टूबर 2024 को बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया जाएगा। दोनों नौसेनाएं, नौसैनिक युद्ध और अंतरसंचालनीयता में अपने कौशल को निखारने के लिए समुद्री चरण अभ्यास का उपयोग करेंगी। दोनों नौसेनाएँ जीवित हथियारों का उपयोग करेंगी, और पनडुब्बी रोधी युद्ध (एएसडब्ल्यू), सतह रोधी और हवा रोधी अभियान, नाविक कौशल विकास और विभिन्न नौसैनिक सामरिक युद्धाभ्यास का संचालन करेंगी।
सिंगापुर नौसेना ने इस अभ्यास के लिए अपने आरएसएस टेनियस नौसेना जहाज को हेलीकॉप्टरों के साथ तैनात किया है।
छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रीस्तरीय वार्ता 2024 के बारे में पढ़ें