भारत और सिंगापुर अपने लंबे समय से चले आ रहे रक्षा संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने पर सहमत हुए हैं। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारत के दौरे पर आए सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन के बीच हुए बैठक के दौरान इस पर सहमति बनी।
डॉ. एनजी इंग हेन, 21 से 23 अक्टूबर 2024 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर थे।
राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की।
भारत और सिंगापुर के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और 3-5 सितंबर 2024 को प्रधान मंत्री नरेंद्र की सिंगापुर यात्रा के दौरान,दोनों देश,अपने रिश्ते को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में स्तर तक बढ़ाने पर सहमत हुए थे।
सिंगापुर के विदेश मंत्री 22 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रिस्तरीय वार्ता में भाग लेने के लिए भारत में थे।
2016 में स्थापित भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रियों की वार्ता, सिंगापुर और भारत के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए एक आधिकारिक मंच प्रदान करता है।
इससे पहले ,5वीं भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रिस्तरीय वार्ता बैठक वस्तुतः जनवरी 2021 में आयोजित की गई थी।
छठी भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रीस्तरीय वार्ता की सह-अध्यक्षता ,भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन ने की।
मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने निन्म्लिखित मुद्दों पर सहमति जताई ;
भारत और सिंगापुर ने दोनों देशों के बीच डिजिटल और साइबर लचीलेपन को मजबूत करने के लिए 17 अक्टूबर 2024 को सिंगापुर में अपनी पहली साइबर नीति वार्ता आयोजित की थी ।
बैठक के दौरान, राजनाथ सिंह ने 2021 से 2024 तक आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस में भारत के समन्वयक देश के रूप में सिंगापुर की भूमिका की तारीफ की।
सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने भी एशिया की शांति और स्थिरता के लिए भारत को एक महत्वपूर्ण रणनीतिक देश के रूप में स्वीकार किया।
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