11 मार्च 2025 को IQAir द्वारा जारी 7वीं वार्षिक विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 में भारत को दुनिया का 5वां सबसे प्रदूषित देश बताया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों के आधार पर दुनिया में वायु प्रदूषण के स्तर पर नज़र रखने वाली इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत के हैं।
असम की सीमा पर स्थित मेघालय का बर्नीहाट शहर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है।
वार्षिक विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट कौन जारी करता है?
- विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट स्विटजरलैंड स्थित वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी, IQAir द्वारा जारी की जाती है।
- पहली विश्व गुणवत्ता रिपोर्ट 2018 IQAir द्वारा 2019 में जारी की गई थी।
- वार्षिक रिपोर्ट बनाने के लिए कंपनी दुनिया भर के वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों के आंकड़े का उपयोग करता है।
- 2024 की रिपोर्ट में, IQAir ने 138 देशों के 8954 स्थानों में 40,000 से अधिक वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों के वायु गुणवत्ता आंकड़े का उपयोग किया है।
- रिपोर्ट में महीन कण पदार्थ (पीएम 2.5) पर डबल्यूएचओ वायु प्रदूषण दिशानिर्देशों का उपयोग किया जाता है।
- वर्तमान में, डबल्यूएचओ के अनुसार किसी देश में, वार्षिक औसत पीएम 2.5, 5 µg/m3 से अधिक नहीं होना चाहिए।
- 5 µg/m3 के वार्षिक औसत पीएम 2.5 वाले देश को प्रदूषित माना जाता है।
भारत में वायु प्रदूषण की स्थिति
- 2024 में भारत चाड, बांग्लादेश, पाकिस्तान और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बाद दुनिया का 5वां सबसे प्रदूषित देश था।
- भारत में औसत वार्षिक पीएम 2.5 का स्तर 50.6 µg/m3 था। यह डबल्यूएचओ के दिशा-निर्देशों से 10 गुना अधिक है।
- देश में पिछले वर्ष (54.4µg/m3) की तुलना में पीएम 2.5 के स्तर में 7% की गिरावट आई है।
- नई दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित राजधानी शहर है, जहाँ औसत पीएम 2.5 का स्तर 91.8 µg/m³, पाया गया है।
- मेघालय का बर्नीहाट शहर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है।
- दुनिया के शीर्ष 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत में हैं।
- 2024 में भारत के 35% शहरों में निर्धारित डबल्यूएचओ स्तर से 10 गुना अधिक वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर दर्ज किया गया है।
- वायु प्रदूषण के कारण देश में जीवन प्रत्याशा अनुमानतः 5.2 वर्ष कम हो गयी है।
2024 रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु
रिपोर्ट में 138 देशों को स्थान दिया गया है।
- केवल सात देश - ऑस्ट्रेलिया, बहामास, बारबाडोस, एस्टोनिया, ग्रेनेडा, आइसलैंड और न्यूजीलैंड - में विश्व स्वास्थ्य संगठन के वार्षिक औसत पीएम 2.5 दिशानिर्देश के 5 µg/m3 को हासिल कर पाए।
- दुनिया भर के 17% शहर डबल्यूएचओ के वायु प्रदूषण दिशानिर्देशों को पूरा करते हैं।
- चाड दुनिया का सबसे प्रदूषित देश था, जहाँ औसत वार्षिक पीएम 2.5 सांद्रता 91.8 µg/m3 थी।
- बांग्लादेश दूसरा सबसे प्रदूषित (78.0 µg/m3) था, उसके बाद पाकिस्तान (73.7 µg/m3), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (58.2 µg/m3) और भारत (50.6 µg/m3) थे।
- रिपोर्ट में निगरानी किए गए 138 देशों में से 126 देश डबल्यूएचओ के मानदंडों को पूरा करने में विफल रहे।
- मायागेज, प्यूर्टो रिको, 1.1 µg/m3 की वार्षिक औसत पीएम 2.5 सांद्रता के साथ, दुनिया का सबसे स्वच्छ महानगरीय क्षेत्र था।
- ओशिनिया क्षेत्र , जहाँ 57% क्षेत्रीय शहर डबल्यूएचओ के पीएम 2.5 वार्षिक दिशानिर्देश मान 5 µg/m3 को पूरा करते हैं, दुनिया का सबसे स्वच्छ क्षेत्र है।
दुनिया के शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित शहर
7वीं विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024 के अनुसार, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर निम्नलिखित हैं।
स्थान
|
शहर
|
देश
|
2024 में वार्षिक औसत पीएम 2.5 स्तर
|
1
|
बर्नीहाट (मेघालय)
|
भारत
|
128.2
|
2
|
दिल्ली
|
भारत
|
108.3
|
3
|
कारागांडा
|
कजाखस्तान
|
104.8
|
4
|
मुल्लांपुर (पंजाब)
|
भारत
|
102.3
|
5
|
लाहौरr
|
पाकिस्तान
|
102.1
|
6
|
फरीदाबाद (हरियाणा)
|
भारत
|
101.2
|
7
|
डेरा इस्माइल खान
|
पाकिस्तान
|
93
|
8
|
एन’जामेना
|
चाड
|
91.8
|
9
|
लोनी (उत्तर प्रदेश)
|
भारत
|
91.7
|
10
|
नई दिल्ली
|
भारत
|
91.6
|