संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान 11-13 दिसंबर 2024 तक भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान 15वीं भारत-यूएई संयुक्त आयोग की बैठक और चौथी यूएई-भारत रणनीतिक वार्ता में भाग लेने के लिए भारत आए थे।
पिछली भारत-यूएई संयुक्त आयोग की बैठक और यूएई-भारत रणनीतिक वार्ता 2022 में यूएई के अबू धाबी में आयोजित की गई थी।
यूएई के मंत्री की यह यात्रा दोनों देशों द्वारा अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा थी।
डॉ. जयशंकर के साथ बैठक के अंत में ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों के ईच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने 12 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर (आईएमईसी) के कार्यान्वयन पर चर्चा की।
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर का प्रस्ताव नई दिल्ली में 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक के दौरान रखा गया था। इसका उद्देश्य संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के खाड़ी देशों के माध्यम से यूरोपीय संघ के देशों को भारत से जोड़ना है।
इस कॉरिडोर की दो परियोजनाएँ हैं: भारत और खाड़ी देशों के बीच एक पूर्वी समुद्री संपर्क और अरब प्रायद्वीप को यूरोप से जोड़ने वाला एक उत्तरी खंड।
यूएई के मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान भारत और यूएई के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
यूएई की अमीरात ध्रुवीय मिशन संचालन समिति और राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं महासागर अनुसंधान केंद्र (एनसीपीओआर), गोवा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू के तहत दोनों देश ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान, शैक्षणिक सहयोग, क्षमता निर्माण और ध्रुवों पर एक-दूसरे की उपस्थिति का समर्थन करेंगे।
दोनों देशों ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं जो 1 मई 2022 को लागू हुआ।
2022-23 में, यूएई भारत का चौथा सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) स्रोत था।
2023-24 में यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है,और द्विपक्षीय व्यापार 83.65 बिलियन डॉलर था।
आईआईटी दिल्ली ने अबू धाबी में अपना पहला विदेशी परिसर भी स्थापित किया है।
यूएई में लगभग 35 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं।
अबू धाबी में आईआईटी-डी परिसर के बारे में पढ़ें
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पश्चिम एशिया में एक इस्लामी अरब देश है।
यह सात अमीरातों का संघ है।
राजधानी: अबू धाबी
मुद्रा: दिरहम
राष्ट्रपति: शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
यूसीएसएटी 2024 के साथ अपना भविष्य अनलॉक करें!
सरकारी नौकरी या नीट/जेईई उत्तीर्ण करने का सपना देख रहे हैं? उत्कर्ष क्लासेज छात्रवृत्ति और एडमिशन टेस्ट (यूसीएसएटी) 2024 इसे हासिल करने का आपका सुनहरा मौका है! 22 दिसंबर 2024 को यूसीएसएटी में उपस्थित हो और 100% तक की छात्रवृत्ति के साथ उत्कर्ष क्लासेज के आगामी ऑफ़लाइन बैच में अपना स्थान सुरक्षित करें।
5 से 20 दिसंबर 2024 तक पंजीकरण खुले हैं, यह निःशुल्क विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त करने का आपका सुनहरा मौका है। चाहे आप नए सिरे से शुरुआत कर रहे हों या किसी अन्य बैच में शामिल होना चाहते हों, यूसीएसएटी 2024 सभी उम्मीदवारों का स्वागत करता है। इंतज़ार न करें—अभी पंजीकरण करें और अपने सपनों को हकीकत में बदलें!
यूसीएसएटी 2024 विवरण |
|
टेस्ट का नाम |
छात्रवृत्ति और एडमिशन टेस्ट 2024 |
पंजीकरण तिथि |
5 से 20 दिसम्बर 2024 |
प्रवेश पत्र जारी होने की तिथि |
21 दिसम्बर 2024 |
परीक्षा तिथि |
22 दिसम्बर 2024 |
परिणाम घोषणा तिथि |
25 दिसम्बर 2024 |
परीक्षा केंद्र |
|
परीक्षा मोड |
ऑफलाइन |
पंजीकरण लिंक |
|
यूसीएसएटी सम्पूर्ण विवरण |