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दिव्या देशमुख ने फिडे महिला शतरंज विश्व कप जीता और बनी शतरंज की ग्रैंडमास्टर
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Updated: 29 Jul 2025
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महाराष्ट्र की 19 वर्षीय अंतर्राष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने हमवतन ग्रैंडमास्टर (जीएम) कोनेरू हम्पी को टाईब्रेक में 1.5-0.5 से हराकर फिडे महिला शतरंज विश्व कप का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय शतरंज खिलाड़ी बन गईं हैं ।
इस जीत के साथ, दिव्या देशमुख भारत की 88वीं जीएम और जीएम मानदंड हासिल करने वाली चौथी महिला बन गईं हैं।
फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025, जॉर्जिया के बटुमी शहर में 6 से 28 जुलाई 2025 तक आयोजित किया गया था। यह विश्व कप शास्त्रीय शतरंज प्रारूप में खेला गया था। इस विश्व कप के शीर्ष तीन खिलाड़ियों को अगले साल 2026 में होने वाले फिडे महिला कैंडिडेट प्रतियोगिता के लिए, क्वालीफाई भी किया।
दिव्या देशमुख प्रतिष्ठित फीडे महिला शतरंज विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय और ग्रैंडमास्टर एलेक्जेंड्रा कोस्टेनियुक (2021) और ग्रैंडमास्टर एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना (2023) के बाद तीसरी खिलाड़ी हैं।
फीडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 के फाइनल में दिव्या देशमुख का सामना मौजूदा महिला विश्व रैपिड चैंपियन कोनेरू हम्पी से हुआ।
दोनों के बीच पहला गेम ड्रॉ रहा और अगले 15+10 रैपिड टाईब्रेक गेम में देशमुख ने कोनेरू हम्पी को हरा दिया।
इस जीत के साथ, दिव्या को 50,000 डॉलर (लगभग 41.6 लाख रुपये) की पुरस्कार राशि भी मिली, जबकि हम्पी को 35,000 डॉलर (लगभग 29.1 लाख रुपये) मिले।
दिव्या देशमुख प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने वाली 88वीं भारतीय और चौथी महिला शतरंज खिलाड़ी बनीं।
2002 में कोनेरू हम्पी ,ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने वाले पहली भारतीय महिला थीं, उनके बाद हरिका द्रोणावल्ली (2011) और आर. वैशाली (2023) हैं।
87वें ग्रैंडमास्टर तमिलनाडु के ए. रा. हरिकृष्णन थे, जिन्होंने जुलाई 2025 में फ्रांस में आयोजित ला प्लेग्ने अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महोत्सव में यह मानदंड हासिल किया था।
विश्वनाथन आनंद,1988 में ग्रैंडमास्टर का मानदंड हासिल करने वाले पहले भारतीय थे।
ग्रैंडमास्टर या ग्रैंडमास्टर मानदंड शतरंज का सर्वोच्च खिताब है, और यह उस खिलाड़ी को दिया जाता है जिसने मानक या शास्त्रीय शतरंज में तीन अंतर्राष्ट्रीय मानदंड और 2500 एलो रेटिंग अंक अर्जित किए हों।
जीएम मानदंड प्राप्त करने का एक अन्य तरीका फीडे द्वारा मान्यता प्राप्त विशिष्ट एलीट प्रतियोगिता का खिताब जीतना है, जिसमें एफआईडीई महिला विश्व कप भी शामिल है।
इस प्रकार, दिव्या देशमुख को एफआईडीई महिला विश्व कप 2025 का खिताब जीतने के बाद जीएम मानदंड प्राप्त हुआ।
फीडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 की तीन शीर्ष खिलाड़ी - ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख, ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और पूर्व चीनी विश्व चैंपियन तान झोंगयी ने 2026 फीडे महिला कैंडिडेट प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
2026 फीडे महिला कैंडिडेट प्रतियोगिता में आठ खिलाड़ी खेलेंगी, और प्रतियोगिता की विजेता खिलाड़ी वर्तमान महिला शतरंज चैंपियन, चीन की ग्रैंडमास्टर जू वेनजुन से भिड़ेगी, ताकि अगले फीडे महिला शतरंज विश्व चैंपियन का फैसला हो सके।
फीडे ने 2026 फीडेमहिला कैंडिडेट टूर्नामेंट के मेजबान और कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है।
फीडे या अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ, दुनिया भर में शतरंज के खेल का संचालन करता है।
सदस्य: 201 देशों के राष्ट्रीय शतरंज महासंघ।
मुख्यालय: लुसाने, स्विट्ज़रलैंड
अध्यक्ष: अर्काडी ड्वोर्कोविच
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