केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री, शिवराज सिंह चौहान ने 3 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में एग्रीश्योर फंड का शुभारंभ किया ।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 2022-23 के केंद्रीय बजट भाषण में कृषि और ग्रामीण उद्यमों के लिए स्टार्टअप को वित्तपोषित करने के लिए एक समर्पित कोष बनाने की घोषणा की थी।उसके बाद सरकार ने यह एग्रीश्योर फंड शुरू किया है।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, भागीरथ चौधरी और रामनाथ ठाकुर तथा कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव, डॉ. देवेश चतुर्वेदी सहित बैंकिंग और कृषि समुदाय के अन्य प्रमुख हितधारक भी इस समारोह में उपस्थित थे।
एग्रीश्योर फंड के बारे में
- स्टार्ट-अप और ग्रामीण उद्यमों के लिए एग्री फंड या एग्रीश्योर फंड एक श्रेणी-II का वैकल्पिक निवेश फंड (एआईएफ) है जो भारतीय प्रतिभूति एक्सचेंज बोर्ड (सेबी) के साथ पंजीकृत है।
- इस फंड का प्रबंधन नाबार्ड (नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट) द्वारा किया जाएगा।
- यह पूंजी बाजार नियामक सेबी के नियमन के तहत होगा।
एग्रीश्योर फंड का कोष
- एग्रीश्योर फंड का कुल कोष 750 करोड़ रुपये होगा। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के माध्यम से भारत सरकार 250 करोड़ रुपये का योगदान देगी, नाबार्ड 250 करोड़ रुपये का योगदान देगा और शेष राशि बैंकों, बीमा कंपनियों, निजी निवेशकों आदि द्वारा निवेश की जाएगी।
- NABVENTURES लिमिटेड, नाबार्ड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, फंड की निवेश प्रबंधक होगी।
फंड की अवधि और लक्ष्य
- इस फंड की अवधि 10 वर्ष है जिसे 2 वर्ष तक और बढ़ाया जा सकता है।
- फंड का लक्ष्य फंड की दो योजनाओं के तहत अधिकतम 25 करोड़ रुपये के निवेश के साथ तक लगभग 85 स्टार्ट-अप को समर्थन देना है।
एग्रीश्योर फंड की योजनाएं
एग्रीश्योर फंड के भीतर दो योजनाएं हैं- एफओएफ योजना या फंड ऑफ फंड और डायरेक्ट स्कीम।
- फंड ऑफ फंड योजना के तहत फ़ंड द्वारा अन्य वैकल्पिक निवेश फंड, ऋण वैकल्पिक निवेश फंड में निवेश करेगा जो कृषि और ग्रामीण विकास पर केंद्रित स्टार्टअप में निवेश करते हैं।
- एफओएफ योजना का कोष 450 करोड़ रुपये है।
- प्रत्यक्ष योजना के तहत देश में कृषि और ग्रामीण विकास केंद्रित स्टार्ट-अप की इक्विटी पूंजी में निवेश किया जाएगा।
- प्रत्यक्ष योजना का कोष 300 करोड़ रुपये है।
एग्रीश्योर फंड के लाभार्थी
एग्रीश्योर फंड कृषि और ग्रामीण विकास क्षेत्र जैसे एग्रीटेक, खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन, मत्स्य पालन, जैव प्रौद्योगिकी, अपशिष्ट प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, कृषि मशीनीकरण,फार्म मशीनीकरण, प्राथमिक सहकारी समितियों के विकास सहित कृषि मूल्य श्रृंखला, एफपीओ के लिए समर्थन, फार्म स्तर पर प्रौद्योगिकी समर्थन और जलवायु परिवर्तन में काम करने वाले स्टार्ट-अप में निवेश करेगा। ।