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दिव्यांगजनों के लिए राष्ट्रपति भवन में एक दिवसीय ‘पर्पल फेस्ट’ का आयोजन

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
One day 'Purple Fest' organized at Rashtrapati Bhavan for Divyangjan Art and Culture 4 min read

राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में 26 फरवरी, 2024 को दिव्यांगजनों के लिए एक दिवसीय ‘पर्पल फेस्ट’ का आयोजन किया गया है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ‘पर्पल फेस्ट’ के तहत दिव्यांगजनों द्वारा आयोजित की गई विभिन्‍न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद उठाया। 

पर्पल फेस्ट का आयोजन: 

  • इसका आयोजन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया गया। इस ‘पर्पल फेस्ट’ में 14000 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया।
  • इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों से भेंट की और उनके साथ संवाद किया।

पर्पल फेस्ट आयोजन का उद्देश्य:

  • पर्पल फेस्ट का उद्देश्य विभिन्न तरह की दिव्यांगता और लोगों के जीवन पर इनके प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके साथ ही समाज के भीतर दिव्यांगजनों के बारे में समझ, स्वीकृति और समावेशन को बढ़ावा देना है। 

पर्पल फेस्ट के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियां: 

  • ‘पर्पल फेस्ट’ के अवसर पर आगंतुकों के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुखतः निम्नलिखित शामिल हैं:
    • अपनी दिव्यांगता को जानें 
    • पर्पल कैफे 
    • पर्पल कैलिडोस्कोप
    • पर्पल लाइव एक्सपीरियंस जोन 
    • पर्पल स्पोर्ट्स

दिव्यांगता के बारे में:

  • दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अनुसार, दिव्यांगजन वह व्यक्ति है जो ऐसी दीर्घकालिक अपंगता या अक्षमता के कारण उसकी शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक या संवेदी क्षमताओं को प्रभावित करती है। 
  • यह अक्षमता उन्हें समाज में पूर्ण और प्रभावी ढंग से भागीदारी कर सकने से अवरुद्ध करती है। दिव्यांगता की चार मुख्य श्रेणियाँ इस प्रकार हैं: 
    • व्यवहारिक या भावनात्मक (Behavioural or emotional) 
    • संवेदी अक्षमता विकार (Sensory impaired disorders) 
    • भौतिक/शारीरिक (Physical) 
    • विकास संबंधी (Developmental) 
  • वैश्विक स्तर पर 1.3 बिलियन लोग किसी न किसी रूप में दिव्यांगता के साथ जीने पर मजबूर हैं। इनमें से लगभग 80% विकासशील देशों में निवासित हैं। जबकि उनमें से 70% ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। 
  • वर्तमान सामाजिक प्रणालियाँ दिव्यांगता से रहित व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन की गई हैं। वे दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अपवर्जनकारी साबित होती हैं। इसके परिणामस्वरूप दिव्यांगजनों को कई समस्याओं का सामना करना करना पड़ता है। 

भारत में दिव्यांगजनों की वर्तमान स्थिति: 

  • विश्व बैंक के आकंड़ों के अनुसार भारत की 5-8% आबादी दिव्यांगता की शिकार है।
  • एनएसएसओ का अनुमान है कि भारत में 2.2% आबादी दिव्यांग है। 
  • एनएफएचएस-5 सर्वेक्षण (2019-21) के अनुसार, भारत में 4.52% आबादी दिव्यांग है। 

दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण हेतु की गई पहल: 

  • आईएलओ और अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष महाराष्ट्र में महिला विकास निगम के सहयोग से स्पार्किंग डिसेबिलिटी इन्क्लूसिव रूरल ट्रांसफोर्मेशन (स्पार्क) परियोजना को कार्यान्वित कर रहे हैं। दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण हेतु कई अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिनमें प्रमुखतः निम्नलिखित है:   
    • सुगम्य भारत अभियान (Accessible India Campaign) 
    • विशिष्ट निःशक्तता पहचान पोर्टल (Unique Disability Identification Portal) 
    • दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना (DeenDayal Disabled Rehabilitation Scheme) 
    • दिव्यांगजनों के अद्वितीय पहचान पत्र (Unique ID for persons with disabilities- UDID)  
    • दिव्यांगजनों के लिए सहायक यंत्रों/उपकरणों की खरीद/फिटिंग में सहायता की योजना (Assistance to Disabled Persons for Purchase/fitting of Aids and Appliances) 
    • दिव्यांग छात्रों के लिए राष्ट्रीय फैलोशिप (National Fellowship for Students with Disabilities)

FAQ

उत्तर : राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में 26 फरवरी, 2024 को एक दिवसीय ‘पर्पल फेस्ट’ का आयोजन किया गया।

उत्तर : राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में दिव्यांगजनों के लिए एक दिवसीय ‘पर्पल फेस्ट’ का आयोजन किया गया।

उत्तर : इसका आयोजन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया गया।
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