केंद्र सरकार ने 30 अप्रैल 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) का पुनर्गठन किया है और पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) प्रमुख आलोक जोशी को इसका प्रमुख नियुक्त किया है।
केंद्र सरकार का यह फैसला कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर आया है जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 पर्यटक मारे गए थे।
नवगठित एनएसएबी में सशस्त्र बलों और सिविल सेवाओं के पूर्व अधिकारी शामिल हैं।
एनएसएबी के प्रमुख
आलोक जोशी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ ) के पूर्व प्रमुख।
1976 बैच के हरियाणा कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी इंटेलिजेंस ब्यूरो में संयुक्त निदेशक रह चुके हैं और 2012 में उन्हें रॉ का सचिव नियुक्त किया गया था।
अन्य सदस्य
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड एक कार्यकारी निकाय है जिसे भारत सरकार के आदेश द्वारा बनाया गया है।
एनएसएबी में राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों होते हैं जो भारत सरकार का हिस्सा नहीं हैं।
सदस्यों की नियुक्ति भारत सरकार द्वारा की जाती है।
सदस्य समाज के एक व्यापक वर्ग - नागरिक और सैन्य, शिक्षाविद और नागरिक समाज आते हैं जो आंतरिक और बाहरी सुरक्षा, विदेशी मामलों, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और आर्थिक मामलों में विशेषज्ञता रखते हैं।
एनएसएबी का कार्य
भारत सरकार के अनुसार एनएसएबी का कार्य है;
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