इंदौर मेयर इन काउंसिल ने अपने सभी आधिकारिक कार्यों और पत्राचार में 'इंडिया' के बजाय 'भारत' नाम का उपयोग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव को अब इंदौर नगर निगम के 85 सदस्यीय सदन के समक्ष रखा जाएगा।
मेयर भार्गव के अनुसार 'इंडिया' नाम अंग्रेजों की देन है। भारत नाम हमारे देश की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
इससे पहले ,भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आधिकारिक जी20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रण में आम तौर परअँग्रेजी में इस्तेमाल होने वाले 'इंडिया के राष्ट्रपति' के बजाय 'भारत के राष्ट्रपति' का उल्लेख किए जाने के बाद देश में विवाद छिड़ गया था ।
भारत ने 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में 18वें जी 20 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी की।
कुछ विपक्षी दलों ने इसे देश का नाम बदलकर भारत करने के सरकार के कदम के रूप में देखा था ।
संविधान का अनुच्छेद 1 आधिकारिक तौर पर देश का नाम इंडिया यानि भारत घोषित करता है।
इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे अधिक आबादी वाला और सबसे बड़ा शहर है।
यह मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी भी है।
यह शहर मालवा पठार पर स्थित है। यह दो छोटी नदियों-सरस्वती और खान-के तट पर स्थित है।
शहर का नाम शहर में स्थित 18वीं सदी के संगमनाथ या इंद्रेश्वर मंदिर से लिया गया है।
यह भारत का एकमात्र शहर है जहां भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) स्तिथ हैं।
स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में इंदौर शहर को पिछले 6 वर्षों से लगातार भारत के सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा दिया गया है। वार्षिक स्वच्छ भारत सर्वेक्षण केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है।
2021 में भारत सरकार द्वारा इंदौर को देश का पहला वॉटर प्लस शहर घोषित किया गया था । वाटर प्लस सिटी प्रमाणपत्र किसी शहर को उसके प्रशासन के तहत नदियों और नालों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रदान किया जाता है।