2023 में वैश्विक पेटेंट दाखिले के मामले में भारत पहली बार दुनिया में 6वें स्थान पर रहा है। 7 नवंबर 2024 को जारी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) की वार्षिक विश्व बौद्धिक संपदा संकेतक रिपोर्ट 2024 के अनुसार, 2023 में वैश्विक पेटेंट दाखिले में वृद्धि का मुख्य कारण ,भारत में पेटेंट दाखिले में मजबूत, वार्षिक 15.7% वृद्धि दर के कारण हुई है। रिपोर्ट के अनुसार 2023 में दुनिया भर में 35 लाख से अधिक पेटेंट दाखिल किए गए।
बौद्धिक अधिकार मानव मस्तिष्क के द्वारा खोजी गई या कृति के निर्माण को संदर्भित करते हैं, जो प्रकृति में मौजूद नहीं है। इनमें आविष्कार, साहित्यिक और कलात्मक कार्य, डिज़ाइन, प्रतीक, नाम और वाणिज्य में उपयोग की जाने वाली छवियां शामिल हैं।
बौद्धिक संपदा अधिकारों को उनके अवैध उपयोग को रोकने के लिए कानून द्वारा संरक्षित किया गया है।
बौद्धिक संपदा अधिकारों में पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिजाइन, भौगोलिक संकेत और व्यापार रहस्य शामिल हैं।
पेटेंट किसी मनुष्य द्वारा किसी आविष्कार के लिए दिए गए विशेष अधिकारों को संदर्भित करता है जैसे औषधि आदि की खोज।
कॉपीराइट का तात्पर्य रचनाकारों के उनके साहित्यिक और कलात्मक कार्यों जैसे गीत, संगीत, किताबें आदि पर अधिकार से है।
ट्रेडमार्क एक कानूनी शब्द है जो एक कंपनी के सामान या सेवाओं को दूसरों से अलग करता है। यह एक प्रतीक, डिज़ाइन या नाम हो सकता है जिसे कंपनी अपने उत्पादों पर उपयोग करती है।
एक औद्योगिक डिज़ाइन किसी वस्तु के सजावटी या सौंदर्य संबंधी पहलू को संदर्भित करता है।
भौगोलिक संकेत (जीआई) उन वस्तुओं पर उपयोग किए जाने वाले संकेत हैं जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और उनमें ऐसे गुण, प्रतिष्ठा या विशेषताएं होती हैं जो अनिवार्य रूप से उस मूल स्थान से संबंधित होती हैं।
व्यापार रहस्य गोपनीय जानकारी के अधिकार हैं जिन्हें किसी कंपनी या उद्यम द्वारा बेचा या लाइसेंस दिया जा सकता है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) की स्थापना 1967 में संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के रूप में की गई थी। इसका मुख्य कार्य दुनिया भर में बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
सदस्य: 197 देश
महानिदेशक: डैरेन टैंग