भारत और मॉरिटानिया ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत और गहरा करने के लिए चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मॉरिटानिया यात्रा के दौरान इन चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 13-17 अक्टूबर 2024 तक तीन देशों अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी के दौरे पर हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन अफ्रीकी देशों की यात्रा करने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू 13-15 अक्टूबर 2024 तक अल्जीरिया की अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के समापन के बाद 16 अक्टूबर को मॉरिटानिया पहुंचे।
राष्ट्रपति मुर्मू का मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद औलद ग़ज़ौनी ने नौआकचॉट-ओउमटौंसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने मॉरिटानिया की राजधानी नौआकचॉट में स्थित राष्ट्रपति महल में मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद औलद ग़ज़ौनी के साथ द्विपक्षीय रिश्तों पर बातचीत की।
इस अवसर पर दोनों देशों के बीच चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गये,जो इस प्रकार हैं :
बाद में, राष्ट्रपति ने मॉरिटानिया में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में मॉरिटानिया में रह रहे भारतीय समुदाय को संबोधित किया।
भारत ने जून 2021 में नौआकचोट, मॉरिटानिया में एक दूतावास की स्थापना की।
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मॉरिटानिया एक इस्लामिक देश है जो अफ़्रीका में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित है।
मॉरिटानिया अरब उत्तरी अफ्रीका, जिसे मगरेब क्षेत्र (अल्जीरिया, मोरक्को और ट्यूनीशिया) के रूप में भी जाना जाता है और कर्क रेखा के दक्षिण में स्थित काली अफ्रीकी आबादी के बीच एक संक्रमणकालीन क्षेत्र बनाता है।
मॉरिटानियन फ्रांस का उपनिवेश था और 1960 में इसे स्वतंत्रता मिली।
अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में बसा यह एक बेहद गरीब देश है और इसकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा खानाबदोश है।
मॉरिटानिया में लौह अयस्क, तांबा और जिप्सम के साथ-साथ कुछ तेल संसाधनों के बड़े भंडार हैं।
राजधानी: नौआकचॉट
मुद्रा:ओगुइया
राष्ट्रपति: मोहम्मद औलद शेख ग़ज़ौनी