आईएमएफ ने 2024 के लिए भारत का विकास दर अनुमान बढ़ाकर 6.3% किया
Utkarsh ClassesLast Updated
12-10-2023
Report
4 min read
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के लिए अपने 2023-24 के विकास दर के अनुमान को जुलाई के 6.1% से बढ़ाकर 6.3% कर दिया है। जबकि 2023 में विश्व की विकास दर 3% और 2024 में 2.9% का अनुमान है।
एडवांस्ड इकोनामी में 2023 में 1.5 फीसद और 2024 में 1.4 फीसदी के विस्तार का अनुमान लगाया है। भारत के लिए एजेंसी ने जून तिमाही के दौरान "अपेक्षा से अधिक मजबूत खपत" का हवाला देते हुए यह बात कही है।
आईएमएफ रिपोर्ट की मुख्य बिंदु:
10 अक्टूबर 2023 को जारी आईएमएफ ने अपने रिपोर्ट में कहा कि विश्व की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं सहित 81 फीसद वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं ने अपनी मध्यम अवधि की विकास की संभावनाओं में गिरावट देखी है।
वाशिंगटन स्थित यह एजेंसी वित्तीय वर्ष के आधार पर भारत की आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान लगाती है, जबकि यह अन्य अर्थव्यवस्थाओं के लिए कैलेंडर वर्ष का उपयोग करती है।
भारत के लिए आईएमएफ का यह अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के चालू वित्त वर्ष में 6.5% सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास के अनुमान से एक पायदान नीचे है।
जून तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.8 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई। जून के दौरान जीएसटी संग्रह वार्षिक 12% बढ़कर ₹1.6 ट्रिलियन हो गया।
एशियाई विकास बैंक का भारत के लिए अनुमान:
एशियाई विकास बैंक जैसी अन्य बहुपक्षीय एजेंसियों को उम्मीद है कि 2023-24 के दौरान भारत की वृद्धि दर 6.4 फीसद होगी।
आईएमएफ के अनुसार विभिन्न देशों के विकास दर का पूर्वानुमान:
अपने हाल के विश्व आर्थिक आउटलुक में आईएमएफ ने 2023 के लिए अपने अमेरिकी विकास दर को अपने जुलाई अपडेट की तुलना में 0.3% बढ़ाकर 2.1% कर दिया।
चीन के 2023 के विकास पूर्वानुमान को पहले के 5.2% पूर्वानुमान से घटाकर 5% कर दिया।
यूरो क्षेत्र 2023 में 0.7% और 2024 में 1.2% बढ़ेगा।
पाँच उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं- ब्राजील, चीन, भारत, इंडोनेशिया और रूस ने 2008 और 2023 के बीच मध्यम अवधि की वैश्विक विकास संभावनाओं में गिरावट में लगभग 0.9% अंक का योगदान दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ):
स्थापना: 1945 (भारत ने 27 दिसंबर, 1945 को आईएमएफ की सदस्यता ग्रहण की)।
आईएमएफ की आवश्यकता क्यों पड़ी?
द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात युद्ध में तबाह देशों के पुनर्निर्माण में सहायता हेतु विश्व बैंक के साथ आईएमएफ की भी स्थापना की गई।
अमेरिका के ब्रेटन वुड्स में आयोजित एक सम्मेलन के दौरान इन दोनों संगठनों की स्थापना पर सहमति बनी। इसी कारण से इन्हें ब्रेटन वुड्स के जुड़वाँ संतानों यानी ब्रेटन वुड्स ट्विन्स के रूप में भी जाना जाता है।
आईएमएफ का उद्देश्य:
अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करना है, यह विनिमय दरों और अंतर्राष्ट्रीय भुगतान की प्रणाली है जो देशों (और उनके नागरिकों) को एक-दूसरे के साथ लेन-देन करने में सक्षम बनाती है।
आईएमएफ की रिपोर्ट:
वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट और वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक नामक रिपोर्ट जारी करता है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक:
यह आईएमएफ का एक सर्वेक्षण है जिसे सामान्यतः वर्ष में दो बार- अप्रैल और अक्टूबर के महीनों में प्रकाशित किया जाता है।
यह निकट और मध्यम अवधि के दौरान वैश्विक आर्थिक विकास का विश्लेषण तथा भविष्यवाणी करता है।
FAQ
Answer - 6.3%
Answer - आईएमएफ वित्तीय वर्ष के आधार पर भारत की आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान लगाती है।
Answer - 6.5%
Answer - आईएमएफ द्वारा ‘वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट’ और ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक’ नामक रिपोर्ट जारी किया जाता है।
Answer - 2023 में विश्व की विकास दर 3% और 2024 में 2.9% का अनुमान है।
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