अपने 55वें जन्मदिन के मौके पर “भजन लाल शर्मा” ने 15 दिसंबर 2023 को राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस दौरान भजन लाल शर्मा के साथ ही दो उपमुख्यमंत्री “दीया कुमारी” और “प्रेमचंद बैरवा” ने भी शपथ ली है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर के ऐतिहासिक अल्बर्ट हाल में प्रधानमंत्री मोदी और अन्य गणमान्य नेताओं की उपस्थिति में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गोवा, त्रिपुरा सहित कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।
- राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप भजन लाल शर्मा के नाम की घोषणा 12 दिसंबर 2023 को की गई थी।
- भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा के नाम की घोषणा सर्वसम्मति से की गई थी।
- इसी दिन वासुदेव देवनानी को राजस्थान विधानसभा का अध्यक्ष (स्पीकर) भी मनोनीत किया गया था।
- भजन लाल शर्मा, राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने वाले 14वें व्यक्ति हैं।
- इससे पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सरोज पांडे और विनोद तावड़े को बतौर पर्यवेक्षक जयपुर भेजा था।
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के बारे में:
- भजन लाल, भरतपुर के रहने वाले हैं।
- भजन लाल शर्मा जयपुर की सांगानेर विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए है।
- भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन विधायक अशोक लौहाटी के स्थान पर भजन लाल शर्मा को टिकट दिया।
- भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से पराजित किया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव (2023):
- चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान चुनाव की अधिसूचना 30 अक्टूबर 2023 को जारी की गई थी।
- 25 नवम्बर को राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए और 3 दिसंबर 2023 को मतगणना की गई।
- राजस्थान विधानसभा के कुल 200 सीटों में से 199 सीटों पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 115 सीट, कांग्रेस को 69 सीट बीएसपी को 2 सीटें और अन्य को 13 सीट प्राप्त हुई।
राजस्थान के मुख्यमंत्री:
- राजस्थान में 1949 से हीरालाल शास्त्री से लेकर अब तक कुल 13 मुख्यमंत्री (व्यक्ति के रूप में) शपथ ले चुके हैं।
- सबसे लंबे समय तक (14 वर्षों से अधिक समय) मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने वाले व्यक्ति आशोक गहलोत हैं, जो कि प्रदेश में कुल तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- जबकि दूसरा सबसे लंबा कार्यकाल पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिया के नाम का है। ये प्रदेश में कम समय के लिए कुल चार बार मुख्यमंत्री बने हैं।
- भारतीय जनता पार्टी की वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं, जो 5 वर्षों की पूर्ण अवधि तक पद पर बनीं रहीं। ये प्रदेश में कुल दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
- राजस्थान में अभी तक कुल तीन बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है।
- राजस्थान में काँग्रेस और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सत्ता में बारी-बारी से आती रही है।
राजस्थान में अशोक गहलोत कुल तीन बार मुख्यमंत्री पद पर रहे:
- प्रथम बार: 01 दिसंबर 1998 से 08 दिसंबर 2003
- दूसरी बार: 12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013
- तीसरी बार: 17 दिसंबर 2018 से दिसंबर 2023
राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया कुल दो बार मुख्यमंत्री पद पर रहीं:
- प्रथम बार: 08 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008
- दूसरी बार: 13 दिसंबर 2013 से 16 दिसंबर 2018
राजस्थान में सबसे कम समय के लिए मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले व्यक्ति:
- हीरा लाल देवपुरा (कांग्रेस) 23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985 तक केवल 16 दिनों तक मुख्यमंत्री के पद पर रहे थे
राजस्थान में एक मात्र मुस्लिम मुख्यमंत्री:
- बरकतुल्ला खान (कांग्रेस) 09 जुलाई 1971 से 11 अगस्त 1973 तक प्रदेश में एक मात्र मुस्लिम मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है।
- बरकतुल्ला खान के नाम पर जोधपुर में स्टेडियम का निर्माण किया गया है।
राजस्थान में कुल तीन बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया:
- प्रथम बार: 13 मार्च 1967 से 26 अप्रैल 1967
- दूसरी बार: 29 अप्रैल 1977 से 22 जून 1977
- तीसरी बार: 15 दिसंबर 1992 से 04 दिसंबर 1993
राजस्थान राज्य में प्रथम:
- प्रथम मुख्यमंत्री: हीरा लाल शास्त्री (कांग्रेस) 07 अप्रैल 1949 से 05 जनवरी 1951
- प्रथम राज्यपाल: सरदार गुरूमुख निहाल सिंह (1 नवम्बर, 1956 से 15 अप्रैल, 1962)