राजस्थान सरकार ने राज्य में स्कूली बच्चों को दुर्घटना बीमा प्रदान करने के लिए शिक्षा संजीवनी बीमा योजना शुरू की है।
राज्य की अपनी तरह की पहली योजना राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों और उनके अभिभावक को एक लाख से 1.3 लाख रुपये तक का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवरेज प्रदान करेगी। प्रारंभ में यह योजना उदयपुर संभाग के स्कूलों को कवर करेगी।
योजना का शुभारंभ किसने शुरू की?
- राज्य के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने इस योजना का शुभारंभ किया।
- इस योजना का शुभारंभ, 26 फरवरी 2025 को उदयपुर के रेजीडेंसी स्कूल में आयोजित शिक्षा जीवन व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा समारोह में की गई थी।
- इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि इस योजना का धीरे-धीरे राज्य के सभी स्कूलों में विस्तार किया जाएगा, जिससे लगभग 1 करोड़ छात्रों को लाभ होगा।
योजना का वित्तपोषण और साझेदार
वंडर सीमेंट, ज्यूरिख कोटक जनरल इंश्योरेंस और भारतीय स्टेट बैंक शिक्षा संजीवनी बीमा योजना के भागीदार हैं।
वंडर सीमेंट की भूमिका
- वंडर सीमेंट उदयपुर संभाग में बीमित बच्चों के बीमा प्रीमियम का भुगतान करने के लिए धन उपलब्ध कराएगा।
- यह पैसा, वंडर सीमेंट द्वारा अपने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) निधि के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
- कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 135 के तहत, कुछ कंपनियों को पिछले तीन वर्षों के अपने शुद्ध लाभ का 2% अधिनियम में उल्लिखित सामाजिक और अन्य विकासात्मक गतिविधियों पर खर्च करना होगा।
ज्यूरिख कोटक जनरल इंश्योरेंस की भूमिका
- ज्यूरिख कोटक जनरल इंश्योरेंस कंपनी इस योजना के लिए बीमा प्रदाता होगी।
- ज्यूरिख कोटक जनरल इंश्योरेंस कंपनी (इंडिया) लिमिटेड स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख इंश्योरेंस ग्रुप और कोटक महिंद्रा बैंक के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
- संयुक्त उद्यम में ज्यूरिख इंश्योरेंस कंपनी की 70% और कोटक महिंद्रा बैंक की 30% हिस्सेदारी है।
भारतीय स्टेट बैंक की भूमिका
- अपनी वित्तीय समावेशन पहल के तहत, भारतीय स्टेट बैंक नामांकित छात्रों के लिए शून्य राशि वाला बचत बैंक खाता खोलेगा।
- भारतीय स्टेट बैंक खाते में मासिक 500 रुपये जमा करेगा ताकि छात्र इस राशि का उपयोग अपनी दैनिक जरूरतों के लिए कर सकें।
योजना की विशेषता
- यह योजना उदयपुर संभाग के राज्य सरकारी स्कूल के कक्षा 1-5 के छात्रों को कवर करेगी।
- इसमें लगभग 1.35 लाख बच्चे और उनके शामिल होंगे।
- छात्रों के लिए बीमा कवर 1 लाख रुपये होगा जबकि अभिभावकके लिए यह 1.35 लाख रुपये होगा।
- यदि बीमित छात्र के अभिभावक के किसी दुर्घटना के कारण मृत्यु हो जाती है, तो बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक ब्याज सहित छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का लक्ष्य है:
- बच्चों की शिक्षा में निरंतरता सुनिश्चित करना,
- बाल श्रम को रोकना,
- डिजिटल इंडिया के माध्यम से वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना,
- बीमा दावा राशि के दुरुपयोग को रोकना, और
- कम उम्र से ही बच्चों में बचत की आदत को प्रोत्साहित करना।