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विश्व हाथी दिवस 2024: पृष्ठभूमि, विषय और इसकी संरक्षण स्थिति

Utkarsh Classes Last Updated 12-08-2024
World Elephant Day 2024: Background, Theme and Conservation Status Important Day 5 min read

2012 से हर साल 12 अगस्त को दुनिया भर में विश्व हाथी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भूमि पर दुनिया के सबसे बड़े स्तनधारियों के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति दुनिया में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है। हाथियों को पचीडर्म्स भी कहा जाता है। पचीडर्म्स शब्द का प्रयोग पहली बार 1700 के दशक में फ्रांसीसी प्रकृतिवादी जॉर्जेस क्यूवियर द्वारा बहुत मोटी त्वचा वाले खुर वाले जानवरों को दर्शाने के लिए किया गया था। हाथी, दरियाई घोड़ा, गैंडा, घोड़े, सूअर आदि पचीडर्म के उदाहरण हैं।

हाथी मुख्यतः अफ़्रीका और एशिया में जंगली रूप में पाए जाते हैं और उनकी आबादी लगातार काम हो रही है। हथियों को मुख्य खतरा इंसानों से है। हाथी दांत के लिए शिकारी हथियों का अवैध शिकार करते हैं  तथा बढ़ती मानव आबादी के कारण हाथियों के लिए परंपरागत आवास के क्षेत्रों में लगातार कमी आती जा रही रही जिससे मानव हाथी संघर्ष में बढ़ोतरी हो रही है।

विश्व हाथी दिवस की पृष्ठभूमि  

दो कनाडाई फिल्म निर्माता पेट्रीसिया सिम्स और माइकल क्लार्क और थाईलैंड स्थित एलिफेंट रीइंट्रोडक्शन फाउंडेशन ने 12 अगस्त 2012 को पहला विश्व हाथी दिवस मनाया।

पेट्रीसिया सिम्स हाथियों के संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक संगठन चलाती है जिसे वर्ल्ड एलिफेंट सोसाइटी कहा जाता है।

विश्व हाथी दिवस 2024 का विषय 

विश्व हाथी दिवस के विषय की घोषणा संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित विश्व हाथी सोसायटी द्वारा की जाती है।

विश्व हाथी दिवस 2024 का विषय है "प्रागैतिहासिक सौंदर्य, धार्मिक प्रासंगिकता और पर्यावरणीय महत्व को व्यक्त करना" ।

भारत में हाथियों की स्थिति 

  • हाथी टास्क फोर्स की सिफारिश पर भारत सरकार ने 2010 में हाथी को अपनी राष्ट्रीय विरासत घोषित किया।
  • महेश रंगराजन की अध्यक्षता में हाथी टास्क फोर्स की स्थापना भारत सरकार द्वारा की गई थी।
  •  टास्क फोर्स रिपोर्ट, जिसे गज रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, ने भारत में हाथियों के संरक्षण और संरक्षण के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की तरह ही राष्ट्रीय हाथी संरक्षण प्राधिकरण की स्थापना का आह्वान किया।
  • रिपोर्ट को अभी तक भारत सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है।

भारत में हाथी संरक्षण 

हाथियों के लिए कानूनी सुरक्षा इस प्रकार है:

  • हाथी को भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में शामिल किया गया था। अनुसूची 1 में शामिल किसी भी जानवर को पूर्ण सुरक्षा प्राप्त है। 
  • हाथी को वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (सीआईटीईएस) के परिशिष्ट I में भी शामिल किया गया है। सीआईटीईएस एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है जो जानवरों और वन्यजीवों में व्यापार को विनियमित करने और उन्हें अत्यधिक शोषण से बचाने का प्रयास करता है। भारत सीआईटीईएस का देश सदस्य है।
  • इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) द्वारा लुप्तप्राय प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

भारत में हाथियों  का अभ्यारण्य

भारत सरकार ने हाथियों की सुरक्षा के लिए केंद्र प्रायोजित परियोजना के रूप में 1992 में प्रोजेक्ट एलिफेंट लॉन्च किया है । परियोजना हाथी के तहत हाथियों के लिए अभ्यारण्य बनाए गए हैं ।

2017 की जनगणना के अनुसार भारत में 27,312 हाथी थे, जो एशिया में सबसे अधिक है।

वर्तमान में भारत के 14 प्रमुख हाथियों वाले राज्य में 33 हाथी अभ्यारण्य हैं।

33वां हाथी अभ्यारण्य: उत्तर प्रदेश की  तराई हाथीअभ्यारण्य (2022 में अधिसूचित)

पहला हाथी अभ्यारण्य: झारखंड का सिंहभूम हाथी अभ्यारण्य (26 सितंबर 2001 को अधिसूचित)।

अधिकतम हाथी अभ्यारण्य वाले राज्य: ओडिशा और तमिलनाडु प्रत्येक में 5 हाथी अभ्यारण्य हैं।

हाथी अभ्यारण्य वाले राज्य 

भारत में निम्नलिखित राज्यों में हाथी रिजर्व हैं - असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश।

 महत्वपूर्ण  फुल फॉर्म 

सीआईटीईएस / CITES:  कन्वेन्शन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन इन्डैन्जर्ड स्पीशीज़ ऑफ वाइल्ड फ़ौना एंड फ्लोरा ( Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora )

आईयूसीएन/ IUCN : इंटरनेशनल यूनियन फॉर कान्सर्वेशन ऑफ नेचर (  International Union for Conservation of Nature).

 

FAQ

उत्तर: 12 अगस्त को

उत्तर: 12 अगस्त 2012 को

उत्तर: 1992 में

उत्तर: महेश रंगराजन

उत्तर: उत्तर प्रदेश की तराई हाथी रिजर्व (2022)।

उत्तर: झारखंड का सिंहभूम हाथी रिजर्व (26 सितंबर 2001 को अधिसूचित)।

उत्तर: अनुसूची 1 जो जानवरों के शिकार और व्यापार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाती है।
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