केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 25 जुलाई 2023 को मध्य प्रदेश के खजुराहो में 5वें हेली शिखर सम्मेलन (हेलीकॉप्टर और लघु विमान शिखर सम्मेलन) का उद्घाटन किया। उन्होंने इसी सम्मेलन में उड़ान 5.2 और हेलीसेवा-ऐप भी लॉन्च किया।
5वें हेलीकॉप्टर और छोटे विमान शिखर सम्मेलन का आयोजन मुख्यतः
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा
- मध्य प्रदेश सरकार,
- पवन हंस लिमिटेड और
- भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के सहयोग से किया गया।
5वें हेली शिखर सम्मेलन का विषय (थीम)
- 5वें हेलीकॉप्टर और छोटे विमान शिखर सम्मेलन का विषय था ‘दूर-दराज तक पहुंच: हेलीकॉप्टर एवं छोटे विमानों के जरिये क्षेत्रीय कनेक्टिविटी ('रीचिंग द लास्ट माइल: रीजनल कनेक्टिविटी थ्रू हेलीकॉप्टर्स एंड स्मॉल एयरक्राफ्ट'
उड़ान 5.2 और हेलीसेवा ऐप:
- 5वें हेली समिट के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने "उड़े देश का आम नागरिक" योजना के अगले चरण की घोषणा की।
- उड़ान 5.2 का लक्ष्य देश के दूरदराज क्षेत्रों को 20 से कम यात्रियों की क्षमता वाले विमानों से जोड़ना है।
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एकल-खिड़की सेवा मंच के माध्यम से सरकारी अधिकारियों से हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों के लिए अनुमोदन को सुव्यवस्थित करने के लिए हेलीसेवा नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया।
उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 21 अक्टूबर 2016 को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) - उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) आरंभ किया था।
- उड़ान योजना के तहत पहली उड़ान अप्रैल 2017 में शिमला से दिल्ली के लिए थी।
- उड़ान का लक्ष्य क्षेत्रीय मार्गों पर हवाई किराये की सीमा निर्धारित करके नागरिकों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाना है। सरकार कम किराए के कारण होने वाले नुकसान के लिए एयरलाइन ऑपरेटर को व्यवहार्यता अंतराल अनुदान (वायबिलिटी गैप फंडिंग) के रूप में मुआवजा देती है।
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार वर्तमान में देश के 148 हवाई अड्डों उड़ान योजना के अंतर्गत शामिल हैं।
खजुराहो के बारे में
- मंदिरों का शहर खजुराहो अपने हिंदू और जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में विंध्य पर्वत श्रृंखला पर स्थित है।
- खजुराहो के मंदिरों का निर्माण 950-1050 ई. के मध्य चंदेल शासकों द्वारा किया गया था।
- खजुराहो के मंदिरों को उनकी स्थापत्य सुंदरता के कारण वर्ष 1986 में यूनेस्को द्वारा 'विश्व विरासत स्थल' का दर्जा दिया गया था।
- मंदिर के निर्माण में पन्ना खदान के स्थानीय गुलाबी व मटमैले ग्रेनाइट एवं लाल बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है।
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
फिक्की/FICCI: फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry)