केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार दो दिवसीय (26-27 सितंबर 2023) ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर (मध्य प्रदेश) में ‘इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्क्लेव 2023’ का आयोजन कर रहा है।
इस कॉन्क्लेव में उन सभी 100 स्मार्ट शहरों की भागीदारी देखी जाएगी जो शहरी नवाचार में सबसे आगे रहकर शहर के विकास की प्रक्रिया में एक प्रतिमान परिवर्तन का नेतृत्व कर रहे हैं।
इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्क्लेव 2023 का महत्व:
- यह आयोजन देश में शहरी परिवर्तन के भविष्य के लिए रोडमैप को निश्चित करने में सहायता प्रदान करने के लिए एक मिशन के तहत किए गए अनुकरणीय कार्यों को प्रदर्शित करने के बारे में एक मंच प्रदान करेगा।
- राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू 27 सितंबर 2023 को इंडिया स्मार्ट सिटीज पुरस्कार प्रतियोगिता आईएसएसी 2022 के चौथे संस्करण के विजेताओं को सम्मानित करेंगी।
- इस प्रतियोगिता का आयोजन केन्द्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2018 से स्मार्ट सिटीज मिशन के तहत किया जा रहा है।
आयोजन के दौरान होने वाले मुख्य क्रियाकलाप:
- यह 26 और 27 सितंबर 2023 को आयोजित किए जाने वाला दो दिवसीय कार्यक्रम है। इस कॉन्क्लेव के पहले दिन आईएसएसी 2022 के तहत पुरस्कार विजेता परियोजनाओं का प्रदर्शन करने वाली एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा।
- स्मार्ट शहरों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ संवाद और इंदौर तथा उज्जैन में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कार्यान्वित प्रतिष्ठित परियोजनाओं का स्थल-दौरा भी आयोजित किया जाएगा।
- कॉन्क्लेव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि द्वारा आईएसएसी 2022 पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा, जिसमें 5 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों और 31 विशष्टि शहरों और 7 भागीदार संगठनों को पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
- आईएसएसी पुरस्कारों के कुल 66 विजेता हैं।
- इसके अलावा, स्मार्ट सिटीज मिशन चार रिपोर्ट - आईएसएसी 2022 पुरस्कार संग्रह, यूएन हैबिटेट की रिपोर्ट: स्मार्ट सिटीज मिशन - सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण, एससीएम के न्यूजलेटर्स का संग्रह और आईएसएसी 2023 पुरस्कार पुस्तिका भी इस कॉन्क्लेव के दौरान जारी की जाएगी।
स्मार्ट सिटी मिशन क्या है?
- मिशन का शुभारंभ: 25 जून 2015
- यह मिशन एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें "स्मार्ट सॉल्यूशंस" के आवेदन के माध्यम से नागरिकों को उच्च गुणवत्ता के साथ जीवन जीने हेतु आवश्यक बुनियादी ढांँचा, स्वच्छ और टिकाऊ वातावरण प्रदान करने हेतु 100 शहरों को परिवर्तित करने के उद्देश्य से आरंभ किया गया था।
स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य:
- ‘स्मार्ट समाधानों’ के अनुप्रयोग के माध्यम से अपने नागरिकों को मुख्य बुनियादी ढांचा, स्वच्छ और टिकाऊ वातावरण और जीवन की अच्छी गुणवत्ता प्रदान करना है।
- यह एक परिवर्तनकारी मिशन है जिसका उद्देश्य देश में शहरी विकास की प्रक्रिया में पूरी तरह बदलाव लाना है।
- 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की 6000 से अधिक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और शेष परियोजनाएं 30 जून 2024 तक पूरी हो जाएंगी।
मिशन की उपलब्धि:
- इस मिशन में अर्जित की गई सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि एकीकृत कमान और नियंत्रण केन्द्र (आईसीसीसी) हैं जो सभी 100 स्मार्ट शहरों में संचालित हैं।
- ये आईसीसीसी शहरी प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए, शहर के संचालन के लिए मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के रूप में काम करते हैं।
- इनसे अपराध पर नजर रखने, नागरिकों की सुरक्षा, परिवहन प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जल आपूर्ति, आपदा प्रबंधन आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों की शहरी सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
- 100 स्मार्ट शहरों ने गतिशीलता, ऊर्जा, जल, स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जीवंत सार्वजनिक स्थान, सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्मार्ट प्रशासन आदि से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाएं आरंभ की हैं।